पंजाब के ये कर्मचारी 2 दिन की छुट्टी पर, जानें क्यों...
punjabkesari.in Wednesday, Oct 30, 2024 - 11:42 AM (IST)
जालंधर: एस.एम.एस.यू. व डी.सी. ऑफिस एम्पलाइज यूनियन के आह्वान पर डिप्टी कमिश्नर कार्यालय का क्लैरिकल स्टाफ 2 दिनों के सामूहिक अवकाश पर चला गया है, जिस वजह से डिप्टी कमिश्नर कार्यालय से संबंधित ज्यादातर विभागों में कामकाज पूरी तरह से ठप रहा। डी.सी. ऑफिस के ज्यादातर कर्मचारी आज अपनी ड्यूटी पर नहीं आए परंतु जो कर्मचारी अपनी सीटों पर मौजूद भी रहे उनमें से भी अनेक ने कोई विभागीय कामकाज नहीं निपटाया।
क्लैरिकल स्टाफ के मौजूद नहीं रहने के कारण सरकारी विभागों में अपने कामों को कराने को लेकर आए लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई एन.आर.आईज ऐसे भी थे जिन्होंने चंद दिनों में विदेश वापस लौट जाना है, परंतु आज सामूहिक अवकाश के कारण उनके काम अधर में लटक गए। इसके अलावा लोग अपने कामों, आवेदनों को लेकर विभिन्न अधिकारियों के समक्ष पेश होकर फरियाद लगाते रहे, परंतु अधिकारी भी उनके काम निपटा पाने में असमर्थ दिखे। क्योंकि ज्यादातर काम ऑनलाइन होने के कारण लोगों के काम संबंधित कर्मचारी की आई.डी. में थे और स्टाफ के अवकाश पर चले जाने से कंप्यूटर पूरी तरह से बंद थे।
हर साल काली दिवाली क्यों मनाए, कर्मचारियों के एक वर्ग ने सामूहिक अवकाश का विरोध कर संभाला विभागीय कामकाज
पंजाब के सरकारी कर्मचारी अपनी मांगों के पूरा न होने के कारण पिछले कुछ वर्षों से लगातार काली दिवाली मनाते आ रहे है और दीवाली के दिनों में हड़ताल पर चले जाते है। इस वर्ष दीपावली के त्यौहार पर भी एेसा ही माहौल देखने को मिला और पीएसएमएसयू और डीसी ऑफिस एम्पलाइज यूनियन के आह्वान पर सामूहिक अवकाश पर जाकर विभागीय कामकाज को ठप रखने को पुरजोर विरोध किया और खुद ड्यूटी पर रहकर सरकारी कामकाज को निपटाया। इसी कड़ी में डीसी ऑफिस एम्पलाइज यूनियन के जिला प्रधान पवन कुमार अपनी ब्रांच में दिन भर ड्यूटी पर रहे और उन्होंने पब्लिक डीलिंग के अलावा लोगों के काम भी निपटाए।
वहीं सब रजिस्ट्रार-1 और सब रजिस्ट्रार -2 कार्यालयों में सामूहिक अवकाश पूरी तरह से बेअसर दिखा। सब रजिस्ट्रार-1 गुरप्रीत सिंह और सब रजिस्ट्रार-2 राम चंद में अपने-अपने स्टाफ के साथ प्रॉपर्टी की रजिस्ट्रियों, वसीयत, पॉवर ऑफ अटॉर्नी, तबदील मलकियत सहित अन्य दस्तावेजों को अप्रूवल देने का काम निपटाया। वहीं यूनियन के फैसले का विरोध कर रहे कर्मचारियों का कहना था कि दीपावली एक ऐसा त्यौहार है जिसे देश भर में बड़े उल्हास व धूमधाम से सभी धर्मों, समुदायों व वर्गों द्वारा मिलजुल कर मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि दीपावली के त्यौहार को दीपों का पर्व माना जाता है, जो अज्ञानता और नकारात्मकता के अंधकार को दूर करने का प्रतीक है। परंतु कर्मचारी यूनियन इस महत्वपूर्ण त्यौहार को काली दीवाली का नाम देकर कामकाज से किनारा कर रहे है, जिससे वह लोग सहमत नहीं है। उनका कहना था कि कर्मचारियों के हित व हक के लिए वह यूनियन के साथ चट्टान की भांति खड़े है और अगर दीवाली के बाद कोई भी संघर्ष शुरू करेगी वह उसमें बढ़चढ़ कर शामिल होंगे और सामूहिक अवकाश पर जाने को भी पूरी तरह से तैयार रहेंगे। आज सामूहिक अवकाश पर जाने का विरोध करने वाले कर्मचारियों की तादाद चाहें कम रही , परन्तु उक्त कर्मचारियों द्वारा दीवाली के त्यौहार को लिए स्टैंड को लेकर अन्य कर्मचारियों का भी अंदर खाते समर्थन मिलना शुरू हो गया है।