अंतिम सांस तक सुरों से जुड़े रहे Ustad Pooran Shahkoti, आखिरी वीडियो हो रही वायरल
punjabkesari.in Sunday, Dec 28, 2025 - 03:31 PM (IST)
जालंधर : बॉलीवुड सिंगर मास्टर सलीम के पिता और मशहूर संगीत गुरु उस्ताद पूरण शाहकोटी अब इस दुनिया में नहीं रहे। 23 दिसंबर को जालंधर में उन्हें सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया। पिता की विदाई के दौरान मास्टर सलीम गहरे शोक में डूबे नजर आए और उन्होंने अंतिम संस्कार की वीडियोग्राफी तक कराने से मना कर दिया। उनका कहना था कि पिता के जाने से संगीत की एक पूरी सदी शांत हो गई।
उस्ताद पूरण शाहकोटी ने अपने जीवन में कई नामी गायकों को संगीत की बारीकियां सिखाईं। उनके निधन पर पंजाबी संगीत जगत से जुड़े कई कलाकारों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। इसी बीच, उनके निधन से ठीक पहले का एक भावुक कर देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसे उनके बेटे पेजी शाहकोटी ने सोशल मीडिया पर साझा किया है। इस वीडियो में उस्ताद शाहकोटी अपने बेटे को रियाज़ कराते नजर आ रहे हैं और धीमी आवाज़ में जीवन पर आधारित पंक्तियां गुनगुना रहे हैं। पेजी ने बताया कि यह उनके पिता की आख़िरी संगीत भरी आवाज़ थी। इस वीडियो में उनके संगीत के बोल न जी भरके जीना, ये क्या जिंदगी है, न मरना, न जीना, न तौबा ही करना, ये क्या जिंदगी है।
पेजी के अनुसार, उस दिन के बाद उनके पिता ने दोबारा कुछ नहीं गाया। उम्र और कमजोरी के बावजूद संगीत के प्रति उनका समर्पण आख़िरी पल तक बना रहा। मास्टर सलीम और पेजी शाहकोटी ने जानकारी दी कि उस्ताद पूरण शाहकोटी की अंतिम अरदास 30 दिसंबर को जालंधर के मॉडल टाउन स्थित श्री गुरुद्वारा सिंह सभा में आयोजित की जाएगी।
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