विजय ज्वैलर्स लूटकांड : अजमेर में लुटेरों को शरण देने वाला Teacher भी गिरफ्तार

punjabkesari.in Tuesday, Nov 04, 2025 - 10:36 AM (IST)

जालंधर (सुधीर, वरुण) : भार्गव कैंप स्थित विजय ज्वैलर्स से 850 ग्राम सोने के गहने और 2.25 लाख रुपये नकद लूटने वाले आरोपी कुशल, कर्ण और गगन को शरण देने के आरोप में पुलिस ने गणित और साइंस के शिक्षक गौरव उर्फ टोनी को अजमेर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, अजमेर के हाथी बाटा निवासी गौरव उर्फ टोनी, तथा लुटेरे कुशल उर्फ रिंकू, गगन पासवान और कर्ण उर्फ बच्चा  सभी निवासी भार्गव कैंप को कोर्ट में पेश कर चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने बताया कि विजय ज्वैलर्स के यहां लूट करने के बाद सी.आई.ए. स्टाफ, थाना भार्गव कैंप, स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीमें लगातार आरोपियों को गिरफ्तार करने में जुट गई थी। सी.आई.ए. स्टाफ के इंचार्ज सुरिंद्र कुमार कंबोज ने ह्यूमन सोर्सेस और टैक्नीकल तरीके से जांच के बाद पता करवा लिया कि तीनों आरोपी पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए राजस्थान के अजमेर शरीफ के हाथी बाटा इलाके में रुके हुए है। रविवार सुबह ही सी.आई.ए. स्टाफ के इंचार्ज सुरिंदर कुमार कंबोज और उनकी टीम अजमेर शरीफ के लिए रवाना हो गई। सी.आई.ए. स्टाफ ने अजमेर शरीफ में भी कई सी.सी.टी.वी. फुटेज खंगाले जिसके बाद आरोपियों की लोकेशन को ट्रैस कर लिया गया।

सी.आई.ए. स्टाफ ने वहां हाथी बाटा इलाके में गगन नाम के युवक के घर में रेड करके करण उर्फ बच्चा पुत्र बलदेव सिंह, कुशल उर्फ रिंकू पुत्र राम लाल और गगन पुत्र दिवाकर तीनों निवासी भार्गव कैंप को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने रविवार को ही लोकेशन छोड़नी थी लेकिन सी.आई.ए. स्टाफ ने समय पर ही रेड करके सभी को गिरफ्तार कर लिया।

सी.पी. धनप्रीत कौर ने बताया कि करण के खिलाफ थाना बस्ती बावा खेल में हत्या की कोशिश का केस दर्ज है। कुशल उर्फ टुंडा के खिलाफ अलग अलग थाने में नशा और मारपीट के 5 केस दर्ज है। गगन उर्फ भइया के खिलाफ भी एक आपराधिक केस दर्ज है। सी.पी. ने कहा कि अभी आरोपियों से वारदात में इस्तेमाल हुआ वेपन बरामद करना बाकी है जिसे जल्द बरामद कर लिया जाएगा। हालांकि लूटे हुए सोने की बरामदगी होने की पुलिस ने पुष्टि नहीं की है।

बता दें कि वीरवार सुबह 10 बजे 3 नकाबपोश लुटेरों ने भार्गव कैंप इलाके में विजय ज्वैलर शॉप में घुस कर गोल्ड और नकदी गन प्वाइंट पर लूट लिए थे। जैसे ही लूट की सी.सी.टी.वी. फुटेज वायरल हुई ती थाने के पीछे रहने वाले कुशल टुंडा को पहचान लिया जिसके बाद गगन स्थानीय लोगों ने थाना भार्गव कैंप उर्फ भईया और कुश नाम के लुटेरे की भी पहचान कर ली गई थी।

थाना भार्गव कैंप की पुलिस ने केस दर्ज करके गगन की 2 बहनों और कुशल की पत्नी को हिरासत में ले लिया था। जांच में पता लगा कि तीनों आरोपी अजमेर शरीफ में छिपे हुए हैं जिसके बाद सी.आई.ए. स्टाफ ने वहां रेड करके रविवार को ही लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया था।

पुलिस ने तीनों लुटेरों को पनाह देने वाले उनके जानकार गगन पुत्र कमल सिंह निवासी हाथी बाटा अजमेर शरीफ को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपियों ने कबूला कि उन्होंने विजय ज्वैलर्स से 200 ग्राम सोना और 23 हजार रुपए कैश लूटा था। हालांकि विजय ज्वैलर्स के मालिक ने लुटेरों द्वारा दुकान में से 850 ग्राम सोना और सवा दो लाख रुपए लूटने के आरोप लगाए थे।

उधर सूत्रों की मानें तो पुलिस ने लूटा हुआ सोना रामामंडी इलाके से बरामद कर लिया है जबकि कैश वे खर्च कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि कुशल ने अपने जानकार शामा नाम के व्यक्ति से देसी पिस्टल लेकर आया था। पुलिस अब शामा को भी नामजद करने की तैयारी शुरू कर दी है।

इस तरह पहुंचे लुटेरे अजमेर

सीपी धनप्रीत कौर ने बताया कि वारदात के बाद तीनों आरोपी पहले पैदल और फिर बाइक से रामा मंडी पहुंचे। वहां से बस द्वारा फगवाड़ा गए, जहाँ वे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। इसके बाद लुधियाना से ट्रेन पकड़कर अजमेर पहुंचे। अजमेर पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा की मदद से उन्हें पुष्कर के नर्मदापुरी आश्रम में दबोचा गया। आश्रम संचालक योगेश ने पुलिस को बताया कि तीनों युवक उसके भाई टोनी के दोस्त हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि कुशल के संबंध सत्ताधारी पार्टी के एक युवा नेता से हैं। गौरव ने भी स्वीकार किया कि वह करीब दो वर्ष तक भार्गव कैंप में रहा था और उसी दौरान उसकी इन तीनों से दोस्ती हुई थी।

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News Editor

Urmila