इंसानियत शर्मसार: बुजुर्ग के टेस्ट करवाओ, निगेटिव रिपोर्ट आने पर ही संस्कार में देंगे साथ
punjabkesari.in Friday, Apr 17, 2020 - 03:25 PM (IST)

पठानकोट: कोरोना प्रकोप के बीच इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। गांव पहाड़ोचक्क में हर्निया के मरीज बुजुर्ग की मौत हो गई। इसके बाद ग्रामीण कोरोना के डर से शव को बीच चौराहे में छोड़कर भाग गए। तीन घंटे तक जब गांव का कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं आया तो स्वास्थ्य विभाग की महिला कर्मचारियों और महिला सरपंच ने शव को श्मशान घाट पहुंचाया और बुजुर्ग का अंतिम संस्कार किया। जानकारी के अनुसार पहाड़ोचक्क के बुजुर्ग आंचल पाल को हर्निया के कारण तीन दिन से दीनानगर के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। अस्पताल प्रबंधन ने बुजुर्ग की बिगड़ती हालत को देख पठानकोट सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। बुजुर्ग की पत्नी उसे घर ले आई पर गुरुवार को पति की हालत बिगड़ी तो उसने 108 पर कॉल कर एंबुलेंस बुलाई। एंबुलेंस पर चढ़ने के दौरान ही आंचल पाल की मौत हो गई। एंबुलेंस तक पहुंचाने आए गांव के लोगों ने जैसे ही बुजुर्ग को गिरते देखा तो सब शव को चौराहे पर छोड़कर भाग गए। दंपति के अलावा परिवार में कोई नहीं है। तीन घंटे तक लाश चौराहे में पड़ी रही और मृतक की पत्नी विलाप करती रही। सरपंच ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ शव को चारपाई समेत श्मशान घाट पहुंचाया। सरपंच ने बताया कि गांव के लोगों का कहना था कि बुजुर्ग के टेस्ट करवाओ, रिपोर्ट निगेटिव आई तो ही संस्कार में साथ देंगे। कोरोना वायरस के संक्रमण के साथ साथ लोगो में डर भी तेज़ी से फ़ैल रहा है।