कोरोना का टीका लगने से महिला की तबीयत बिगड़ी, परिजनों ने प्रशासन से की यह मांग

punjabkesari.in Wednesday, Feb 02, 2022 - 07:10 PM (IST)

मोगा (संदीप शर्मा) : जिले के सिंघांवाला गांव के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जब एक महिला को कोरोना का पहला इंजेक्शन लगने उपरान्त उसकी तबीयत खराब हो गई। अस्पताल में मौजूद गंभीर हालातों से जूझ रही हरप्रीत कौर पत्नी अमनदीप सिंह के परिवारिक सदस्यों ने बताया कि उसकी कुछ दिन पहले ही राज्य स्तीरय सिविल अस्पताल में डिलीवरी हुई तथा उसने एक बेटे को जन्म दिया था। डिलीवरी के 10 दिन बाद 26 जनवरी को स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ द्वारा हरप्रीत कौर को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी गई थी, जबकि हरप्रीत कौर की डिलीवरी से कुछ दिन पहले उन्हें टीकाकरण किया गया था।

परिजनों ने बताया कि इसके बाद हरप्रीत कौर की तबीयत बिगड़ गई और इंजेक्शन के 2 दिन बाद उसके पूरे शरीर में दर्द होने लगा और अचानक हरप्रीत कौर के दोनों पैरों ने काम करना बंद कर दिया। इसके बाद उसे सरकारी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी गंभीर हातल देख सिविल अस्पताल के डाक्टरों द्वारा उसे फरीदकोट मेडिकल कॉलेज रैफर किया गया। फरीदकोट मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने कहा कि हरप्रीत कौर के इलाज के दौरान उनकी हालत में कोई बदलाव नहीं होने के कारण उसे एक डेढ़ लाख रुपए का टीका लगाना पड़ेगा जिसके बाद हरप्रीत कौर की तबीयत ठीक हो जाएगी। परिजनों ने कहा कि वह बहुत गरीब हैं जिसके कारण इतनी बड़ी रकम का टीका नहीं लगवा सकते। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की है कि हरप्रीत कौर की तबीयत खराब हुई है, उसके इलाज की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उठानी होगी। पीड़िता की सास ने बताया कि हरप्रीत कौर के पहले भी एक बेटी है और 10 दिन पहले उसने एक बेटे को जन्म दिया था। मौके पर मौजूद गांव व पंचायत के मोहताबारों ने प्रशासन से गरीब परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए मदद करने की मांग की है।

इस मामले को लेकर जब एस.एम.ओ. ड्रोली भाई डॉ. इंद्रवीर सिंह गिल से बात की गई उन्होंने कह कि किसी भी महिला को डिलीवरी के बाद कोरोना वैक्सीन लगाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि हजारों महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका है लेकिन किसी भी महिला को ऐसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि पीड़ित हरप्रीत कौर को उसके परिवार के सदस्यों ने स्वेच्छा से फरीदकोट मेडिकल कॉलेज से छुट्टी दे दी थी, जिस पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ डिप्टी कमिश्नर के ध्यान में लाते हुए उसको सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है और जो भी संभव होगा महिला के इलाज के लिए किया जाएगा। 

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News Editor

Kamini

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