Ludhiana: शिकायतों के निपटारे के लिए नहीं काटने पड़ेंगे सरकारी दफ्तरों के चक्कर, इस तरह होगा निवारण
punjabkesari.in Tuesday, Jun 18, 2024 - 02:32 PM (IST)
लुधियाना: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों का पालन करते हुए तथा आम जनता को किसी भी प्रकार की असुविधा या परेशानी से बचाने के लिए डी.सी साक्षी साहनी ने आज डिप्टी कमिश्नर कार्यालय लुधियाना में "स्वागत एवं सहायता केंद्र" का उद्घाटन किया। इस स्वागत एवं सहायता केंद्र का उद्घाटन करने के बाद डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि एक समर्पित टीम आम जनता को उनकी दिनचर्या संबंधी सुविधाएं उपलब्ध करवाने में सहायता करेगी। प्रशासनिक कार्य पूरे हो जाएं, ताकि उन्हें घंटों इंतजार न करना पड़े। उन्होंने बताया कि यह स्वागत एवं सहायता केंद्र उनके कार्यालय के ठीक बाहर स्थापित किया गया है और वे सीसीटीवी के माध्यम से सभी गतिविधियों पर नजर रखेंगी।
डी.सी साक्षी साहनी ने कहा कि जिला प्रशासन आम जनता को पारदर्शी, उत्तरदायी और प्रभावी प्रशासन प्रदान करने के लिए बाध्य है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि लोगों को सरकारी कार्यालयों में सभी नागरिक केंद्रित सेवाओं की परेशानी मुक्त डिलीवरी मिले। उन्होंने कहा कि आम जनता के नियमित कार्यों का समयबद्ध एवं त्वरित निष्पादन सुनिश्चित करने के लिए वह स्वयं सभी फाइलों की निगरानी करेंगी ताकि लोगों को अपने नियमित प्रशासनिक कार्यों को करवाने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
डी.सी साक्षी साहनी ने कहा कि जब कोई व्यक्ति किसी विशेष शिकायत/कार्य के लिए अपना आवेदन प्रस्तुत करता है, तो उसे तुरंत संबंधित विभाग को भेज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आम जनता भी अपनी शिकायतों की वास्तविक स्थिति की जांच कर सकेगी, ताकि लोगों को यह देखने के लिए वापस न आना पड़े कि उनके आवेदन का क्या हुआ।
उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री पंजाब के निर्देशानुसार, डी.सी कार्यालय में सीएम विंडो के स्थान की भी पहचान की गई है, जहां आम जनता अपनी शिकायतें राज्य मुख्यालय स्तर पर भी विशेष विंडो के माध्यम से दर्ज करवा सकेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन लुधियाना आम जनता को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि लोगों को अपने काम करवाने के लिए किसी भी प्रकार की असुविधा या उत्पीड़न का सामना न करना पड़े।