‘मोहब्बत करके देखो ना, मोहब्बत क्यों नहीं करते’

punjabkesari.in Monday, Jul 31, 2017 - 01:53 PM (IST)

जालंधर(विशेष): पंजाब केसरी के सहयोग से केसरी साहित्य संगम की ओर से एक ऐतिहासिक मुशायरे का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता विश्व स्तरीय शायर जनाब फरहत एहसास ने की तथा विधायक राजिंद्र बेरी मुख्य मेहमान के रूप में शामिल हुए, जबकि अवनीश अरोड़ा तथा दीपक बाली विशेषातिथि थे। इस दौरान जिस उच्च स्तर की शायरी हुई, उसे सुनकर मुशायरे में उपस्थित सुनने वालों का कहना था कि जालंधर के इतिहास में अपनी किस्म का यह पहला मुशायरा था।  

जनाब फरहत एहसास ने जहां प्राचीन तथा परम्परागत तरीके की गजल पेश की वहीं आधुनिक युग की गजल का नमूना भी पेश किया तथा गजल के बदलते स्वरूप पर चर्चा भी की।  उनके शेयर ‘इलाज अपना कराते फिर रहे हो जानें किस-किस से मोहब्बत करके देखो ना, मोहब्बत क्यों नहीं करते’ ने हाल में उपस्थित श्रोताओं को वाह-वाह करने पर मजबूर कर दिया। जनाब शरीक कैफी ने गंगा-यमुना की तहजीब की तस्वीर खींचते हुए गजल के साथ उम्दा नज्म भी पेश की। जनाब खुशबीर शाद ने पंजाब तथा लखनऊ के मिले-जुले अंदाज में कलाम पेश कर उपस्थिति का दिल लूट लिया तो जनाब रणजीत चौहान ने भी खूब वाहवाही बटोरी।

जनाब मुनीष शुक्ला (पी.सी.एस.) ने खालिस लखनवी अंदाज में लाजवाब गजल सुनाकर जमकर दाद बटोरी तथा जनाब वीरेंद्र शर्मा योगी ने तरन्नुम में गीत के साथ गजल सुना कर माहौल को संगीतमयी कर दिया। जनाब सलीम अंसारी, जनाब हरबंस सिंह अक्स, जनाब जी.एस. औलख, जनाब कशिश होशियारपुरी तथा मोहतरमा रेणु नैयर ने भी कलाम पेश करके समां बांधा। गजल गायक सुरेन्द्र गुलशन ने विभिन्न शायरों को गजलें सुना कर सुनने वालों को मंत्रमुग्ध कर दिया।मुशायरे के अंत में सैयद याकूब हुसैन नकवी, जोङ्क्षगद्र कृष्ण शर्मा, अशोक शर्मा, जय देव मल्होत्रा, इकबाल सिंह अरनेजा, यशपाल सिंह धीमान, सबा जमाली, शाहिद हसन, परम दास हीर, वन्दना मेहता, हरीश शर्मा तथा के.के. मोंगा ने आमंत्रित शायरों को दोशाले भेंट करके सम्मानित किया।


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