एन.आर.आई दूल्हों से बेटियों के बचाने के लिए नई पहल

punjabkesari.in Friday, Apr 21, 2017 - 01:04 PM (IST)

चंडीगढ़: आठ राज्‍यों की महिला आयोग का कहना है कि जालसाज एन.आर.आई दूल्हों से बेटियों के बचाने के लिए घरेलू अत्याचार रोकथाम कानून जैसा नया कानून बनाया जाना चाहिए। पंजाब राज्‍य महिला आयोग द्वारा यहां आयोजित कार्यक्रम में आठ राज्यों के महिला आयोग की प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से यह इस मामले में कदम उठाने की मांग की।

चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित महात्मा गांधी राज्य प्रशासनिक संस्थान (मैगसिपा) में आयोजित राष्ट्रीय सैमिनार में देश के आठ राज्यों के महिला आयोग ने हिस्सा लिया।  कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रेखा थीं।

पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन परमजीत कौर लांडरा ने कहा कि माता-पिता बड़े प्रेम से पाली बेटी की शादी करते समय अपनी हैसियत से अधिक खर्च करते हैं, ताकि उनकी बेटी खुश रहे  लेकिन, वे विदेशी दूल्हे के पूरी पृष्ठभूमि की जांच करने में लापरवाही कर जाते हैं। इस कारण उनकी बेटियों का जीवन नारकीय हो जाता है।
रेखा शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा विदेशी दूल्हों के हाथों लूट का शिकार हुई बेटियों को न्याय दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। हमें भी बेटियों को पराई समझने की बजाए उनको पैरों पर खड़े करने पर अधिक जोर देना चाहिए।
पंजाब राज्य एन.आर.आई. कमीशन के चेयरमैन जस्टिस आरके गर्ग ने कहा कि ऐसे विदेशी दूल्हे किसी अन्य के खर्च पर छुट्टी मनाने आते हैं और एक कन्या और उसके परिवार की जिंदगी बर्बाद कर देते हैं। ईश्वर सिंह ने कहा कि किसी लड़की की जब विदेश में शादी तय होती है तो उस लड़के के पासपोर्ट की फोटो कॉपी अवश्य लेनी चाहिए। इससे उसके संबंध में हर प्रकार की जानकारी हासिल की जा सकती है। 


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