नववर्ष पर पुलिस कमिश्नर का शहरवासियों को तोहफा, ट्रैफिक मार्शल योजना की लांच

punjabkesari.in Wednesday, Jan 01, 2020 - 05:08 PM (IST)

लुधियाना(सुरिन्द्र): पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने शहरियों को ट्रैफिक मार्शल योजना लांच कर नववर्ष का तोहफा दिया है। योजना के तहत आम लोग ट्रैफिक पुलिस के साथ जुड़ कर शहर के करीब 100 प्वाइंटों पर यातायात कंट्रोल करने में पुलिस की सहायता करेंगे। ट्रैफिक पुलिस के साथ बतौर ट्रैफिक मार्शल काम करने के इच्छुक लोग ट्रैफिक मार्शल लुधियाना नामक मोबाइल एप के माध्यम से खुद को रजिस्टर्ड कर सकेंगे।

ट्रैफिक मार्शलों को नियम तोडऩे वालों के डम्मी चालान करने के अधिकार भी दिए जाएंगे जिसमें किसी आर्थिक दंड की बजाय लोगों से चौकों में ड्यूटी करवाने का दंड दिया जाएगा।  पुलिस विभाग द्वारा ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने में आम लोगों की भागीदारी लेने के मकसद से ट्रैफिक मार्शल योजना को शुरू किया जा  मार्शलों को फील्ड में उतारने से पूर्व उन्हें इसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी। पुलिस विभाग के साथ 16 सरहा है। ट्रैफिक मार्शल लुधियाना की ट्रैफिक पुलिस के साथ सहयोगी के रूप में कार्य करेंगे। ट्रैफिक के 65 आयु वर्ग के लोग बतौर ट्रैफिक मार्शल जुड़ सकते हैं। इनमें 16 से 18 वर्ष के बीच वाले विद्यार्थी वर्ग को अपने परिजनों की सहमति लेना आवश्यक होगा व उनकी ड्यूटी उनके स्कूल के आसपास ही टीचरों की निगरानी में लगाई जाएगी।

अधिकारियों के अनुसार उनका लक्षय 2 हजार के करीब ट्रैफिक मार्शलों का नामांकन करने का है ताकि एक प्वाइंट पर 20 ट्रैफिक मार्शलों का बैच बन सके और हर 4-5 दिन बाद मार्शल की उक्त प्वाइंट पर ड्यूटी लगाई जा सके। उम्मीद जताई जा रही है कि एक ट्रैफिक मार्शल सप्ताह में कम से कम 6 घंटे जरूर काम करे। आम लोगों में ट्रैफिक मार्शलों का प्रभाव बना रहे इसके लिए मार्शलों को डम्मी चालान बुक जारी की जाएगी। ट्रैफिक मार्शल ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों के डम्मी चालान भी कर सकेंगे लेकिन इसमें कोई आर्थिक दंड की बजाय नियम तोडऩे वालों से चौकों में ड्यूटी करवाना शामिल होगा ताकि उन्हें भविष्य में ट्रैफिक नियमों पर अमल करने व समाज सेवा की प्रेरणा मिल सके।  खुद को बतौर ट्रैफिक मार्शल रजिस्टर्ड करने के लिए सिर्फ मोबाइल एप ट्रैफिक मार्शल लुधियाना के जरिए ही आवेदन किया जा सकता है, जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाऊनलोड किया जा सकता है। आवेदन 20 जनवरी तक लिए जाएंगे व इसके बाद मार्शलों की ट्रेङ्क्षनग के बाद उनकी तैनाती की जा सकेगी। ट्रैफिक मार्शलों को परिचय पत्र और सर्टीफिकेट भी दिए जाएंगे। मार्शलों की नियुक्ति 2 वर्ष के लिए होगी जिसे बाद में आगे बढ़ाया जा सकता है। 


ड्राइविंग लाइसैंस होना जरूरी
ट्रैफिक मार्शल के तौर पर पुलिस के साथ कार्य करने के इच्छुक लोगों के पास ड्राइविंग लाइसैंस होना जरूरी है ताकि लोग उनके ऊपर उंगली नो उठा सकें। मार्शलों के नामांकन के बाद उन्हें पुलिस विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी व सड़कों पर पुलिस की सहायता करने संबंधी ट्रेनिंग भी दी जाएगी। 

पद का दुरुपयोग किया तो तुरंत छुट्टी
योजना की खास बात यह है कि अगर ट्रैफिक मार्शल पुलिस विभाग द्वारा दिए गए इस पद व प्रतिष्ठा का दुरुपयोग करेंगे या नियमों के उल्लंघन का दोषी पाए गए तो तो तुरंत उनकी छुट्टी कर दी जाएगी। इसके लिए डी.सी.पी. ट्रैफिक को योजना का नोडल आफिसर नियुक्त किया गया है। अगर ट्रैफिक मार्शल खुद ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते पाए गए तो उनसे कोई लिहाज नही होगी। 


लोग योजना के साथ जुडऩे के लिए आगे आएं : अग्रवाल
पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने स्कूलों, पूर्व सैनिकों, गैर-सरकारी संगठनों, एन.सी.सी. वालंटियरों व आम लोगों को इस योजना के साथ जुडऩे की अपील की है ताकि आम लोगों में समाज सेवा की प्रेरणा का संचार हो और पुलिस विभाग तथा आम जनता के बीच दोस्ताना माहौल कायम हो सके। 

पुलिस की एक अच्छी पहल : ग्रेवाल
समाज सेवक दविन्द्र ग्रेवाल का कहना है कि पुलिस की यह एक अ‘छी पहल है। इससे आम लोगों के पुलिस के साथ दोस्ताना संबंध कायम होंगे व लोगों खासकर विद्यार्थी वर्ग में समाज सेवा की प्रेरणा पैदा होगी। 


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