स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 : कूड़े की छंटाई पर जोर देगी सरकार

punjabkesari.in Friday, Sep 21, 2018 - 09:33 AM (IST)

लुधियाना(हितेश): स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में बेहतर रैंकिंग हासिल करने की दिशा में जारी प्रयासों के तहत सरकार ने कूड़े की छंटाई पर जोर देने का फैसला किया गया है। जिसके तहत पंजाब म्युनिसिपल इंफ्रास्ट्रक्चर डिवैल्पमैंट कंपनी के अफसरों की एक टीम ने वीरवार को महानगर में पहुंचकर सैनेटरी इंस्पैक्टरों को ट्रेनिंग दी। इन सैनेटरी इंस्पैक्टरों को बताया गया कि अगर सुखा व गीला कूड़ा अलग-अलग करने की प्रक्रिया पूरी तरह लागू हो गई तो सड़कों पर गंदगी के ढेर लगे नजर नहीं आएंगे और नगर निगम पर कूड़े की लिङ्क्षफ्टग के चार्जिस का बोझ भी कम होगा।  

सफाई कर्मियों को मिलेगी कूड़ा बेचने की छूट
कूड़े की छंटाई का टारगेट हासिल करने के लिए सरकार ने सफाई कर्मियों को कूड़ा बेचने की छूट देने का फैसला किया है। इसके तहत यह सफाई कर्मी पहले लोगों को सूखा व गीला कूड़ा अलग-अलग करके देने के लिए जागरूक करेंगे। फिर उस सूखे कूड़े में से पेपर, प्लास्टिक, कांच व रबड़ को बेचकर पैसा कमा सकते हैं। जो कूड़ा कंटेनर प्वाइंट पर पहुंचने से ढेर बड़े हो जाते हैं और उसे उठाने के बदले में ए टू जैड कंपनी को पेमैंट करनी पड़ती है।

लोगों को दी जाएगी घरों में कूड़े से खाद बनाने की ट्रेनिंग
जहां तक फल-सब्जियों की वेस्टेज व पतों के रूप में निकलने वाले कूड़े का सवाल है, उससे डंप पर भी खाद ही बनाई जानी है। लेकिन उसके लिए पहले प्लांट पर कूड़े की छंटाई करनी पड़ेगी। यह काम लोगों को खुद करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसके तहत अब लोगों को घरों में ही आसानी से गीले कूड़े से खाद बनाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी।

सीमैंट कंपनियों में फ्यूल के रूप में प्रयोग होंगे रैपर
कूड़े में सबसे ज्यादा मात्रा अब पैकिंग रैपर की पाई जा रही है। जिनकी बाजार में कबाड़ के तौर पर ब्रिकी नहीं हो रही, सिर्फ  उसे सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट प्लांट पर पावर जैनरेशन के लिए जलाया जा सकता है। इसके बावजूद रैपर की मात्रा काफी ज्यादा पाई जा रही है। इसके मद्देनजर सीमैंट कंपनियों पर रैपर को फ्यूल के रूप में प्रयोग करने की शर्त लगाई जा रही है। 
 


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