एक्साइज और पुलिस के ज्वाइंट ऑप्रेशन में 110 पेटियां शराब बरामद

punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2020 - 09:58 AM (IST)

अमृतसर(इन्द्रजीत): एक्साइज विभाग और पंजाब पुलिस के ज्वाइंट ऑप्रेशन में हरियाणा से आई हुई 110 पेटियां शराब की बरामद की गई है। इस संबंध में पुलिस ने 2 आदमियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के जिला आबकारी विभाग अधिकारी मेजर सुखजीत सिंह चाहल को सूचना थी कि कुछ लोग चंडीगढ़ और हरियाणा की  डिस्टलरिंयो में बनी हुई शराब पंजाब के क्षेत्रों में लाकर सस्ते रेट पर बेच देते हैं इसके कारण पंजाब के एक्साइज विभाग के रेवेन्यू को भारी नुक्सान हो रहा है।

जानकारी देते हुए जिला आबकारी अधिकारी मेजर सुखजीत सिंह चाहल ने बताया कि सूचना पर कार्रवाई करते हुए अमृतसर आबकारी सर्किल (1) में तैनात इंस्पैक्टर संदीप कुमार के नेतृत्व तले सुरक्षा अधिकारी भेजे गए और पंजाब पुलिस से भी संपर्क किया गया। इसमें पंजाब पुलिस और एक्साइज विभाग का ज्वाइंट ऑप्रेशन किया गया। गुप्त सूचक की सूचना के मुताबिक इसमें ज्वाइंट एक्शन के तले अलग-अलग स्थानों पर नाकाबंदी की गई। सूचना यह थी कि यह लोग मोटरसाइकिलों पर शराब रखकर जगह-जगह भेजते हैं और होम डिलीवरी भी करते हैं यदि इनकी तलाशी ली जाए तो बड़ी बरामदगी हो सकती है। 

पुलिस और एक्साइज की ज्वाइंट टीमों ने इनके ठिकाने पर रेड करके इनके कब्जे से पड़ी प्लास्टिक की बोरियों की तलाशी लेने पर अंग्रेजी शराब की 110 पेटियां शराब बरामद की गईं जबकि कथित आरोपी वहां से भाग निकले। उन्होंने बताया कि बरामद की गई हरियाणा से आई शराब की पेटियों में कैश ब्रांड व्हिस्की, ब्लू-ब्लैक क्लासिक और बॉटम-अप शामिल हैं। मेजर चाहल ने बताया इस संबंध में पुलिस ने बरामद की गई शराब के साथ कथित आरोपियों दीपक कुमार,अमित कुमार पुत्र रंजीत कुमार के विरुद्ध आबकारी अधिनियम के अंतर्गत केस दर्ज लिया है।

आधे रेट से कम में मिलती है शराब
दूसरे प्रदेशों से बराबर चल रही शराब की तस्करी का एक कारण यह भी है कि यह शराब पंजाब की कीमतों के मुकाबले आधे रेट से भी कम मिलती है। उदाहरण के तौर पर यदि शराब की बोतल पंजाब के ठेकों में 7 सौ रुपए की मिलती है तो इसकी हरियाणा से आई हुई पेटी जिसमें 12 बोतल है मात्र 3 हजार रूपए में मिल जाती है। कीमतों का अधिक मार्जन तस्करों को प्रभावित करता है जिसके कारण इसकी स्मगलिंग बराबर बनी रहती है। बाहर के प्रदेशों से आने वाली शराब अधिकतर प्लास्टिक पैकिंग बोतल में आती है ताकि पेटियों को खोलकर प्लास्टिक की बोतलों को बोरियों में डालकर इसे बस की छतों पर भी रखकर लाया जाता है वहीं शीशे की बोतल के टूटने का अंदेशा होता है।


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Edited By

Sunita sarangal

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