पंजाब में Dengue के साथ एक और बीमारी का खतरा! स्वास्थ्य विभाग ने जारी की Advisory

punjabkesari.in Wednesday, Jun 14, 2023 - 11:35 AM (IST)

चंडीगढ़: डेंगू के साथ-साथ अन्य वैक्टर बोर्न खतरनाक डिसीज जैसे मलेरिया की रोकथाम के लिए पंजाब सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। हालांकि पिछले कुछ वर्ष में राज्य में मलेरिया बुखार के मामलों में कमी आई है लेकिन इस दौरान मलेरिया बुखार के पॉजिटिव पाए जाने वाले रोगियों में बाहर से आने वाले मजदूर या ट्रक ड्राइवर ज्यादा होते हैं, जो अक्सर बाहरी राज्यों से संक्रमित होकर आते हैं। यही कारण है कि बरसात के मौसम से पहले ही विभाग ने इस बुखार से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार डाटा के अनुसार राज्य में मलेरिया के मामलो में बढ़ोतरी का बड़ा कारण दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूर व डाइवर होते हैं। पिछले 5 साल के आंकड़ों के अनुसार स्थानीय नागरिकों के मलेरिया से पीड़ित होने के मामलों में कमी आई है, जबकि ज्यादा तादाद बाहर से आने वाले मरीजों की है।

एडवाइजरी : बुखार को हल्के में न लें
स्वास्थ्य विभाग द्वारा आम नागरिकों को मलेरिया से बचाव के लिए जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि किसी भी बुखार को हल्के में न लें क्योंकि यह मलेरिया हो सकता है। इसके लक्षणों में ठंड एवं कंपकंपी के साथ बुखार, तेज बुखार के साथ सिर दर्द, घबराहट व कमजोरी महसूस होना और पसीना आना शामिल है। मलेरिया बुखार मादा एनाफलीज मच्छर के काटने से ही फैलता है। क्योंकि यह मच्छर खड़े पानी में पनपता है। कूलर, गमलों व फ्रिज की ट्रे में जमा पानी को सप्ताह में एक बार जरूर बदलें। शरीर को पूरा ढकने योग्य कपड़े पहनें, सोते समय मच्छरदानी या मच्छर भगाओ क्रीम का प्रयोग करें, छतों पर रखी पानी की टंकियों के ढक्कन अच्छी तरह बंद रखें,  पानी या अन्य तरल पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करें।

कई विभाग जुटते हैं मलेरिया से बचाव में
हालांकि यह समझा जाता है कि मलेरिया की रोकथाम के लिए सिर्फ स्वास्थ्य विभाग जिम्मेदार है लेकिन इसके लिए बहु विभागीय कार्ययोजना काम करती है। इसमें स्थानीय निकाय विभाग की जिम्मेदारी फोगिंग, सैनीटाइजेशन के अलावा डिफाल्टरों के चालान काटने की भी होती है। ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग की जिम्मेदारी निर्माण स्थलों की जांच करना व ग्रामीण क्षेत्रों के पौंड्स की लारवा के लिए उनकी पहचान के बाद छिड़काव सुनिश्चित करना है। परिवहन विभाग की जिम्मेदारी कंडम हो चुके टायरों की सही डिस्पोजल करना, जबकि जलापूर्ति विभाग की स्वच्छ पेयजल और कचरे की निकासी सुनिश्चित करना जिम्मेदारी है। आई.एम.ए. की जिम्मेदारी निजी अस्पतालों में उपचाराधीन मरीजों की सही जानकारी विभाग को देना है।

5 साल में स्थानीय मरीजों में कमी, बाहर से आने वालों में बढ़ौतरी
5 माह में 11 मामले  सामने आए 

इस वर्ष गत 15 मई तक राज्य में मलेरिया के 11 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 2 मामले स्थानीय नागरिकों से संबंधित हैं, जबकि 9 मामले बाहरी राज्यों या अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से संबंधित हैं। इससे पहले वर्ष 2022 में कुल 120 मामले मलेरिया बुखार के रिपोर्ट हुए थे जिनमें से 65 मामले स्थानीय नागरिकों से संबधित थे, जबकि 55 मामले बाहर से आए लोगों से जुड़े थे। इसी तरह 2021 में कुल 71 मामले सामने आए थे, जिनमें से 42 मामले स्थानीय नागरिकों व 29 मामले बाहरी लोगों से संबधित थे। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मलेरिया बुखार फैलाने के लिए जिम्मेदार मादा एनाफलीज म‘छर सिर्फ रात के समय जब व्यक्ति सो रहा होता है तभी काटता है। हालांकि डेंगू के लिए जिम्मेदार मच्छर सिर्फ दिन में काटता है लेकिन मलेरिया के लिए जिम्मेदार यह म‘छर उस समय काटता है जब व्यक्ति गतिशील नहीं होता।


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Vatika

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