अस्पताल में नवजात के चोरी मामले में बड़ा खुलासा, हैरान रह गया परिवार
punjabkesari.in Tuesday, Apr 18, 2023 - 11:45 AM (IST)

लुधियाना (राज) : सिविल अस्पताल में चोरी हुए बच्चे के मामले को पुलिस ने 12 घंटों में सुलझा लिया है। जानकारी के अनुसार सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड विभाग के अंदर से गत दिन तड़के 3 बजे एक दंपत्ति ने महिला बेहोशी का सप्रे करके बच्चा चोरी किया। बच्चा उठाने में दम्पत्ति ने 8 साल की बेटी का इस्तेमाल किया। इस संबंधी सूचना मिलते ही ए.डी.सी.पी. रमनदीप सिंह भुल्लर, थाना डिवीजन नं. 2 के एस.एच.ओ. अमृतपाल शर्मा पुलिस पार्टी के साथ पहुंचे। उन्होंने तुरंत अस्पताल के सी.सी.टी.वी. कैमरे चेक किए। उन्हें आरोपी की फुटेज मिली, जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने बच्चे को खोजने के लिए अलग-अलग टीमें लगाईं। पुलिस ने मामले को सुलझाकर नवजात बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया और चोरी करने वाले दंपती को भी गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी साहिल और उसकी पत्नी प्रीति के खिलाफ थाना डिवीजन नंबर-2 में मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि आरोपी महिला प्रीति खुद एक निजी अस्पताल में स्टाफ नर्स है। उसका पति मजदूरी करता है और भामिया कलां इलाके में किराए के मकान में रहते है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि आरोपी ने 5 लाख रुपए के लिए बच्चे का किसी के साथ सौदा किया था। आरोपी प्रीति और उसके पति ने सिविल अस्पताल से बच्चा चोरी करने की पूरी योजना बनाई।
उन्होंने रात में बच्चा चोरी करने की योजना बनाकर अपनी नाबालिग बेटी की मदद ली। उन्होंने बेटी की तबीयत खराब होने का बहाना बनाकर टेस्ट कराने के लिए देर रात अस्पताल में भर्ती कराया। उसके बाद आरोपी इधर-उधर घूमते रहे और स्टाफ नर्स को गुमराह कर वार्ड में चले गए। इसी बीच आरोपी प्रीति बच्चे की मां शबनम के पास गई और वहां बात करने लगी। इसी दौरान वह बच्चे के साथ खेलने के बहाने बच्चे को लेकर वहां से चली गई। वे बच्चे को लेकर कुछ देर अस्पताल में रहे। बस यह देखने के लिए कि क्या किसी ने शोर मचाया है। कुछ देर इंतजार करने के बाद जब सब कुछ सामान्य रहा तो आरोपी बच्चे को लेकर बाइक पर बैठकर फरार हो गए।
पुलिस सी.सी.टी.वी. फुटेज की मदद से आरोपी तक पहुंची
पुलिस ने सबसे पहले सिविल अस्पताल के सी.सी.टी.वी. कैमरों को चेक किया, जहां से पुलिस को पता चला कि बच्चा चोरी करने में एक दंपती और एक बच्ची भी शामिल है। इसके बाद अस्पताल के बाहर लगे कैमरे देखे गए, जिसमें आरोपी बाइक पर जाते नजर आ रहे हैं। एक अन्य फुटेज में पुलिस को बाइक का नंबर मिला, जिसके बाद पुलिस उक्त नंबर की मदद से आरोपी तक पहुंच गई। आरोपी बच्चे को लेकर घर पर बैठे थे।
बच्चे को 5 लाख में बेचने का सौदा हुआ था तय
पता चला है कि आरोपी साहिल और उसकी पत्नी प्रीति बच्चे को बेचने वाले थे। उसने 5 लाख रुपए में किसी से डील की थी। सूत्रों से पता चला है कि आरोपी प्रीति अस्पताल में किसी से मिली थी, जिसने बच्चे को खरीदने के लिए 5 लाख रुपए देने का झांसा दिया था। प्रीति को एक-दो दिन बच्चे की देखभाल करनी थी और उसके बाद खरीदार को बच्चे को ले जाना था। पुलिस अब इस बात की जांच में जुटी है कि बच्चा कौन खरीदने जा रहा था और इससे पहले भी ऐसी कोई घटना हुई थी या नहीं। पुलिस को शक है कि कहीं आरोपी दम्पत्ति बच्चों को चुराने और बेचने वाले गिरोह में शामिल तो नहीं हैं।
परिजन ने अस्पताल स्टाफ पर लगाया आरोप
बच्चे की मां के मुताबिक शबनम को गुरुवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रात में उसकी सर्जरी हुई और एक लड़के का जन्म हुआ। सोमवार की सुबह सभी सो रहे थे। करीब 3 बजे एक महिला शबनम के पास आई और बातचीत में लग गई। महिला ने कुछ छिड़का। इसके बाद उसने खेलने के बहाने बच्चे को गोद में ले लिया। इसके बाद शबनम व अन्य जब सोने गए तो महिला बच्चे को लेकर चुपचाप चली गई। परिवार का आरोप है कि जब उन्होंने यह बात अस्पताल की नर्सों को बताई तो वे गलत बयान करने लगे और कहने लगे कि बच्चा चोरी हुआ है तो क्या हुआ, दूसरा कर लो। इसके अलावा परिवार का आरोप है कि सबसे पहले मौके पर पहुंची चौकी पुलिस के एक कर्मचारी ने उन्हें थप्पड़ मारने और थाने में सुपुर्द करने की धमकी दी। इसके बाद जब बड़े अधिकारी आए तो उनकी कहासुनी हो गई।