सिद्धू के फैसले से चन्नी सरकार के साथ-साथ हाईकमान भी दुविधा में

punjabkesari.in Wednesday, Sep 29, 2021 - 09:32 PM (IST)

चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिद्धू की नाराजगी लगातार जारी है। इसके चलते पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और उन्होंने सिद्धू को मनाने के लिए दो सदस्यीय कमेटी भी बना दी है, जिसमें परगट सिंह व राजा वडिंग को जिम्मेदारी सौंपी गई है और चन्नी ने उम्मीद जताई है कि आज शाम तक सभी मसले सुलझा लिए जाएंगे। लेकिन सिद्धू अपने फैसले पर डटे हुए हैं। नवजोत सिंह सिद्धू का कहना है कि वह अगर चन्नी सरकार द्वारा लिए गए कुछ फैसलों के संबंध में कोई समझौता करते हैं तो यह उनके स्वाभिमान के खिलाफ है और वह अपने स्वाभिमान को नहीं मार सकते। 

सिद्धू के इस फैसले ने पंजाब सरकार के साथ-साथ हाईकमान को भी दुविधा में डाल दिया है क्योंकि हाईकमान ने बड़ी उम्मीदों के साथ नवजोत सिंह सिद्धू को राज्य में कांग्रेस अध्यक्ष का पद सौंपा था। क्योंकि हाईकमान का मुख्य मुद्दा यह था कि किसी भी तरह राज्य में बिखर रही कांग्रेस पार्टी को एकजुट किया जा सके, लेकिन हाईकमान द्वारा दिया गया यह तोहफा भी सिद्धू को पसंद नहीं आया और अंततः सिद्धू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अब हाईकमान के लिए सबसे बड़ी चुनौतीपूर्ण स्थिति यह होगी कि अगर सिद्धू को मनाने के लिए चन्नी द्वारा किए गए सभी प्रयास असफल रहते हैं तो पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष पद कौन संभालेगा? राजनीतिक हलकों में तो यह भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि अगर अध्यक्ष पद पर सिद्धू दोबारा वापसी नहीं करते हैं तो हाईकमान रवनीत बिट्टू, सुनील जाखड़ में से किसी एक को अध्यक्ष पद के लिए आगे ला सकता है। सिद्धू के इस फैसले ने चन्नी सरकार के साथ-साथ हाईकमान को भी असमंजस में डाल दिया है। 

उन्होंने अपने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि सिद्धू कह रहे हैं कि वह कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहेंगे, लेकिन सिद्धू के इस फैसले से चन्नी सरकार काफी घबराई हुई है। क्योंकि कल जैसे ही नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने पद से इस्तीफा दिया तो उसके कुछ समय बाद ही राज्य में एक के बाद एक मंत्रियों के इस्तीफों की झड़ी लग गई। पंजाब कांग्रेस में मची हलचल के दौरान एक बात और सामने आई कि हाईकमान द्वारा पंजाब के नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को ज्यादा महत्ता दी जा रही थी, जिसके चलते भी सिद्धू हाईकमान से काफी नाराज थे। 


गौरतलब है कि चन्नी सरकार से नाराज होकर नवजोत सिंह सिद्धू ने कल अपने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और उन्होंने अपने इस्तीफा देने का सबसे बड़ा कारण चन्नी सरकार द्वारा लिए गए कुछ फैसले बताए थे, जो उन्हें नापसंद थे। बता दें कि चन्नी सरकार द्वारा ए.जी. के पद पर अमरप्रीत सिंह देयोल की नियुक्ति के फैसले पर भी सिद्धू खासे नाराज थे। क्योंकि यह वही एडवोकेट हैं, जिनकी वजह से पंजाब सरकार बेअदबी व गोलीकांड के दोषियों को सजा दिलवाने में असफल रही थी और सरकार को इन मसलों में मुंह की खानी पड़ी थी। अमरप्रीत पूर्व डी.जी.पी. सुमेध सिंह सैनी के वकील भी रहे हैं और अब चन्नी सरकार द्वारा इसी एडवोकेट को ए.जी. के पद पर बिठाना सिद्धू को गंवारा नहीं है।  

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Content Writer

Subhash Kapoor

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