मुख्यमंत्री ने ड्रोन के खतरे को देखते बॉर्डर पर उपकरण स्थापित करने पर जोर दिया

punjabkesari.in Thursday, Jan 30, 2020 - 11:50 AM (IST)

चंडीगढ़/जालंधर(अश्वनी, धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कांग्रेसी सांसदों के साथ पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से ड्रोन की मार्फत भेजे जा रहे हथियारों व नशीले पदार्थों पर रोक लगाने के लिए सीमा के निकट इन ड्रोनों का पता लगाने वाले उपकरण स्थापित करने पर जोर दिया है। मुख्यमंत्री तथा लोकसभा व राज्यसभा सांसदों की हुई बैठक में औपचारिक तौर पर सीमा पार से पंजाब को लेकर बढ़ रहे खतरे पर भी चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने पंजाब सीमा पर आई.एस.आई. की बढ़ी हुई गतिविधियों पर चिंता जताते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकियों पर बढ़ रहे दबाव को देखते हुए अब उन्होंने अपना ध्यान पंजाब सीमा पर केन्द्रित किया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने यह मामला पहले ही केंद्र सरकार के सामने उठाया हुआ है तथा उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अगस्त 2019 में इस संबंध में पत्र भी लिखा था जिसमें उन्होंने ड्रोनों को पंजाब सीमा में भेजने का जिक्र किया था। उन्होंने भारत-पाक सीमा पर ड्रोनों की मार्फत बड़े हथियारों की खेप भेजने पर भी चिंता जताते हुए कहा कि यह मामला वास्तव में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।

उन्होंने अपने पत्र में गृह मंत्रालय को यह भी बताया था कि ड्रोन्स के जरिए आसानी से हथियार, विस्फोटक पदार्थ तथा ड्रग्स भेजे जा सकते हैं। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने ऐसे ड्रोनों का पता लगाने के लिए सीमा पर जरूरी आधारभूत ढांचा जैसे राडार लगाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि इससे निम्न क्षेत्र में उड़ान भरने वाले ड्रोनों का आसानी से पता लगाया जा सकता है। इस बैठक में पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि यह मामला काफी गंभीर है क्योंकि सीमा पार से ड्रोन भेजे जाने वास्तव में पंजाब की शांति में विघ्न डालने का प्रयास है। ऐसी साजिशों को विफल बनाने के लिए केंद्र सरकार को तुरन्त पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में ऐसे उपकरण लगाने चाहिएं जिससे ड्रोन व अन्य घातक उपकरणों का तुरन्त पता चल सके।


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Edited By

Sunita sarangal

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