कोयले की कमी से चन्नी सरकार पर छाए संकट के बादल

punjabkesari.in Wednesday, Oct 13, 2021 - 04:22 PM (IST)

धनौला (राईयां) : कोयले की कमी कारण चन्नी सरकार पर बिजली संकट के बादल छाए हुए है। दिन -रात लगते लंबे काट के कारण लोग काफी दुखी हैं। इस पैदा हुए संकट के कारण चन्नी सरकार विरोधियों के साथ-साथ अपने उच्च कोटि के लीडरों के निशाने पर चल रही खुद अपनी सरकार पर घेरा डालते नवजोत सिंह सिद्धू कह चुके हैं कि अब पछताने की बजाय हालातों से निपटने की जरूरत है। कोयले की कमी से जूझ रहे पंजाब पावर कॉरपोरेशन बिजली उत्पादन में कमी को लेकर हेड ऑफिस से दिन और रात की कट का शेड्यूल जारी कर रहा है। पहले यह कटौती रात 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक की जा रही है। अब सुबह 6 से 8 तक दोपहर 2 से लेकर 4:30 तक लगाए जा रहे कटों का कुल समय 24 घंटों दौरान 6 घंटों तक पहुंच गया है। अगर कोयले के आयात में गिरावट इसी तरह जारी रही तो बिजली उत्पादन में कमी के कारण राज्य में बिजली संकट और गहरा सकता है। इस दौरान की गई कटौती को 12 घंटे तक बढ़ाया जा सकता है। 

बिजली कट से कारोबारियों पर पड़ी मार
टेलर कारोबार से संबंधित टेलर मास्टर बूटा सिंह कैंथ, जगजीत सिंह सेना, सुरिंदर सिंह गिल और मुन्ना खान आदि ने बताया कि पंजाब पावर कॉर्पोरेशन की तरफ से कोई समय निर्धारित नहीं किया गया। जब देखो बिजली गुल हुई रहती है जिस वजह से उनके कारोबार पर काफी प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि 15 अक्तूबर को दशहरे का त्योहार होने के कारण लोग नए कपड़े बनवाने के लिए आ रहे हैं। परंतु बिजली कटौती के कारण उनका धंधा चौपट हुआ पड़ा है। गांव में चक्की चला रहे गोरा सिंह, ऑटो मेकैनिक बबली सिंह, सीरा बाबेका, मंगा खान, बबलू और लक्की आदि ने बताया कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से सत्ता संभालने से अब तक कोई बढ़िया काम नहीं किया गया । उन्होंने कहा कि बादल सरकार के दौरान पूरे 10 साल एक घंटा कभी कट नहीं लगा। परंतु कांग्रेस के राज ने लोगों को गर्म कर दिया। 
 

कोयले की कमी और अधिक लागत के कारण भट्ठा उद्योग बंद होने के कगार पर है

जिला बरनाला के प्रधान रजनीश कुमार बांसल ने बताया कि कोयले की कमी पर महंगा होने के कारण भट्टा उद्योग अंतिम सांसों पर है। उन्होंने कहा जो कोयला पहले 9 हजार रुपए प्रति टन मिल रहा था, अब 20 हज़ार रुपए से पार हो चुका है जिस कारण उनका कारोबार घाटो में चल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस तरफ विशेष ध्यान देने की जरूरत है और कोयले के रेट कम दरों पर निर्धारित किये जाएं। 

 

क्या कहना है ऐस्स. डी. ओ. का
उधर, पंजाब पावर कॉर्पोरेशन के एस. डी. ओ. नितिन कुमार ने बताया कि बिजली कट की समय सारणी मुख्य दफ्तर से जारी की जा रही है। उसके मुताबिक ही यह कट लग रहे हैं। 

 

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Sunita sarangal

Recommended News

Related News