सिखों के कातिलों से नाता तोड़ने का साहस दिखाएं कांग्रेसी: सुखबीर

punjabkesari.in Friday, Jan 17, 2020 - 12:30 PM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के कांग्रेसी नेताओं से कहा कि वह हजारों सिखों के कातिलों के साथ सभी नाते तोडऩे का नैतिक साहस दिखाएं। उन्होंने कहा कि इन कातिलों को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा सिर्फ प्रोत्साहित ही नहीं किया गया, बल्कि उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी समेत हाईकमान के नेताओं जगदीश टाइटलर तथा कमलनाथ ने इन कातिलों का नेतृत्व किया था। 

उन्होंने कहा कि तुच्छ राजनीतिक फायदों के लिए इन कातिलों के दरवाजे के आगे खड़े होकर इंतजार करते पंजाब के किसी भी कांग्रेसी नेता को कभी उसकी अंतरआत्मा ने नहीं झिंझोड़ा।सुखबीर बादल स्पैशल इन्वैस्टीगेशन टीम (सिट) के अध्यक्ष दिल्ली उच्च न्यायालय के जस्टिस सेवामुक्त एस.एन. ढींगरा की रिपोर्ट के बारे टिप्पणियां कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट ने कांग्रेस के अपराध की अंतरिम परत को उठा दिया है तथा साबित कर दिया है कि 1984 में सिखों का किया कत्लेआम एक योजनाबद्ध कत्लेआम था। पंजाबियों को विश्वास करना मुश्किल लग रहा है कि उनके राज्य के कांग्रेसी नेता खासतौर पर जो सिख भाईचारे से संबधित हैं वह अपने निर्दोष रिश्तेदारों के कातिलों के साथ खाना खाने तथा शराब पीने के बाद आराम की नींद कैसे सो सकते हैं?

सुखबीर ने कहा कि जब राजीव गांधी हजारों निर्दोष सिखों के कत्लेआम को यह कहकर सही ठहराते थे कि जब कोई बड़ा वृक्ष गिरता है तो धरती कांपती ही है तो पंजाब के कांग्रेसी तालियां बजाते थे। उन्होंने कहा कि राजीव गाधी दरअसल भूल गए थे कि दुनिया का कोई भी वृक्ष इतना बड़ा नहीं होता कि वह दुनिया को कंपकंपा दे। जो कुछ 1984 में हुआ था वह मानवता तथा प्रकृति का कत्लेआम था। आने वाली सदियों तक कांग्रेस पार्टी को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब के कांग्रेसी अभी भी सत्ता के सुख खरीदने के लिए हजारों सिखों के खून को खुशी-खुशी बेच रहे हैं पर वह प्रकृति के न्याय से कभी नहीं बच पाएंगे।पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अब ज्यादा देर नहीं लगेगी जब देश का कानून शीघ्र ही कमलनाथ जैसों की भी गर्दन पकड़ लेगा।  हम देश की न्यायपालिका के आभारी हैं जिसने सिखों को न्याय दिलवाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है पर न्यायपालिका को भी अपराध के तथ्य इसके आगे रखे जाने की आवश्यकता होती है। 


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