दिल्ली हिंसा का असर पंजाब पर भी, बसों में नहीं मिल रहे यात्री

punjabkesari.in Thursday, Jan 28, 2021 - 02:21 PM (IST)

जालंधर(पुनीत): गणतंत्र दिवस पर राजधानी दिल्ली में जिस तरह से हिंसा फैली उससे लोगों के दिलों में अभी भी दहशत देखने को मिल रही हैं जिसका असर बस सेवा पर पड़ रहा है। इसके चलते दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, यू.पी., उत्तराखंड, राजस्थान सहित दूसरे राज्यों में जाने वाली बसें बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं जिसके चलते पंजाब रोड़वेज को नुक्सान उठाना पड़ा है। 

कई बसें तो अपना खर्च भी नहीं निकाल पाई, जिससे विभाग को नामोशी हुई। वहीं पंजाब में चली बसों में भी यात्री कम ही देखे गए। इस क्रम में सबसे अधिक प्रभावित दिल्ली का रूट है, विभाग द्वारा यात्रियों की कम संख्या को देखते हुए दिल्ली रूट पर बेहद कम बसें रवाना की गई। बसें रवाना करने से पहले अधिकारियों द्वारा संबंधित बस के चालक दलों को निर्देश दिए गए की यदि आगे का माहौल खराब होने के बारे में कोई भी जानकारी मिले तो बसों को वापस मोड़ लिया जाए। इसके साथ-साथ रवाना हुई बसों के कंडक्टरों के साथ अधिकारी लगातार संपर्क बनाए रहे। विभाग द्वारा आज उत्तर प्रदेश के ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे (ई.पी.ई) से दिल्ली के लिए भेजी जाने वाली बसों की संख्या भी कम की गई। इसी क्रम में यूपी के लिए भी जो बसें चलाई गई उन्हें भी कुछ खास रिस्पांस नहीं मिला। दिल्ली के बाद हरियाणा जाने वाली बसें सबसे अधिक प्रभावित हुई। अधिकारियों द्वारा दिल्ली के लिए बसें कम की गई थी लेकिन सुबह रूटीन के लिए हरियाणा रूट चलाया गया लेकिन इस पर भी रिस्पांस नहीं रहा। हरियाणा के अंबाला तक के लिए यात्री आसानी से मिल जाते है लेकिन आज अंबाला जाने वाले यात्रियों का भी लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा। बसों को रास्ते में मिलने वाली यात्रियों की संख्या भी आज बेहद कम ही रही। इसी तरह से उत्तराखंड के हरिद्वार जाने वाली बसों में भी सीटें आज खाली रही जबकि गणतंत्र दिवस से पहले इस रूट को बेहद अच्छा रिस्पांस मिला था। 

अधिकारियों का कहना है कि यात्री कम होने के कई कारण है। छुट्टियों के बाद दफ्तर खुलने के कारण भी लोग अब सफर को नहीं जा रहे। इसके अलावा दिल्ली को लेकर लोग डरे हुए है। वहीं विभाग द्वारा राजस्थान के जयपुर के लिए रूटीन की तरह बसें तो रवाना कर दी गई लेकिन इन बसों को मिले रिस्पांस के बारे में कल ही पता लग पाएगा क्योंकि यह बस दूसरे दिन वापस लौटती है। बस अड्डे पर राजस्थान से आने वाली बसों की संख्या भी बेहद कम रही। बार्डर एरिया से मिली खबरों के मुताबिक बठिंडा, ओबहर, फजिल्का आदि स्टेशनों पर राजस्थान की बसें आती रही जबकि अधिकतर बसें जालंधर, लुधियाना आने के स्थान पर पहले ही वापस लौट गई। हिमाचल में जाने वाली बसों में भी केवल वही यात्री देखे गए जिनका जाना बेहद जरूरी था, हालांकि दिल्ली हिंसा का असर हिमाचल में देखने को नहीं मिला। जो मुसाफिर गणतंत्र दिवस से पहले छुट्टी मनाने के लिए गए थे वह आज वापस आते देखे गए। अधिकारियों का कहना है कि हिमाचल के रूट पर सप्ताह के अंत में तेजी आती है जबकि वॄकग के दिनों में यह रूट ठंडा रहता है।


परिचालन सामान्य होने में अभी लगेंगे कुछ दिन
अधिकारियों का कहना है कि यदि किसी स्टेट में माहौल खराब होता है तो उसका असर अन्य राज्यों के परिचालन पर भी पड़ता है। इसके चलते बसों का परिचालन सामान्य होने में अभी कुछ दिन लग जाएंगे। इस क्रम में जब माहौल शांत हो जाएगा तो लोग दोबारा से सफर को निकलेंगे। अधिकारियों का कहना है कि आज व्यापारी लोग भी बेहद कम संख्या में देखने को मिले। उन्होंने कहा कि यदि वीरवार को भी ऐसा ही रिस्पांस रहा तो बसों की संख्या और कम करनी पड़ेगी क्योंकि कोरोना के बाद के आर्थिक हालातों में बेहद नुक्सान उठाना पड़ा है जिसके चलते अब और रिस्क नहीं लिया जा सकता।
 

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