देवर-भाभी के थे संबंध, 50 हजार की सुपारी देकर करवाया बड़े भाई का कत्‍ल, आरोपी काबू

punjabkesari.in Saturday, Dec 26, 2020 - 05:37 PM (IST)

लुधियाना (महेश): बस्‍ती जोधेवाल इलाके में करीब डेढ़ महीने पहले हुए एक कत्‍ल की गुत्‍थी को सुलझा लेने का दावा करते हुए पुलिस ने शनिवार को खुलासा किया कि मरने वाले युवक राजू की पत्‍नी के अपने देवर के साथ अवैध संबंध थे, जिनमें राजू रोड़ा बन हुआ था। उसके रास्‍ते से हटाने के लिए देवर- भाभी के मौक का चक्रव्‍यूह रचा और 50,000 रुपए की सुपारी देकर राजू का कत्‍ल करवा दिया।

पुलिस ने इस संबंध में बहादुरके रोड बंदा बहादुर कालोनी के अशोक कुमार बोसाक, जोकि मृतक का भाई है के अतिरिक्‍त दीप विहार कालोनी के आजाद आलम, चिट्टी कालोनी भट्टियां के पवन कुमार व फाम्‍ड़ा रोड के हरविंदर नगर के इंजमामूल हक उर्फ मौनू को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी मूलरूप से बिहार के जिला किशनगंज के है और टेलर का काम करते हैं। इनके कब्‍जे से वारदात में इस्‍तेमाल खून से सनी ईंट, 2 मोबाइल, व एक मोटरसाइकिल बरामद किया है।

ज्‍वाइंट पुलिस कमिश्‍नर (डी.सी.पी.) भागीरथ सिंह मीना ने बताया कि पिछले महीने 3 नवम्‍बर को पुलिस के पास सूचना आई थी कि ठुकराल फैक्‍टरी के नजदीक कत्‍ल करके एक युवक की लाश फेंकी गई है। जिस संबंध में अमृतपाल शर्मा की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ कत्‍ल का केस दर्ज किया गया।

एक के बाद एक कड़ी जुड़ती चली गई
मीना ने बताया कि पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया तो एक के बाद एक कड़ी जुड़ती चली गई और अशोक पुलिस की राडार में आ गया। पुलिस को जब पुख्‍ता हो गया कि कत्‍ल में अशोक का हाथ है तो 24 दिसम्‍बर को उसे व उसके साथी आजाद आलम को काबू कर लिया गया, जबकि अन्‍य दोनों आरोपियों को अगले दिन 25 दिसम्‍बर को गिरफ्तार किया गया। थोड़ी सी सख्‍ती बरतने पर आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए सारा सच उगल दिया।

यह कहानी आई सामने
डी.सी.पी ने बताया कि पूछताछ के बाद जो कहानी सामने आई वह इस प्रकार है। अशोक के अपनी भाभी के साथ अवैध संबंध थे। राजू उनके रास्‍ते की अड़चन बना हुआ था। जिसको रास्‍ते से हटाने के लिए देवर-भाभी ने योजना बनाई। अशोक ने अपने एक साथी के साथ मिलकर आजाद आलम व पवन को अपनी इस साजिश में शामिल किया और राजू की जान का सौदा 50,000 रुपए में तय किया। 20,000 रुपए एडवांस में दिए गए, जबकि बाकी रकम काम होने के बाद तय की गई। आजाद व पवन ने आधी-आधी रकम आपस में बांट ली।

2 नवम्‍बर की रात को राजू का काम किया तमाम
राजू को ठिकाने लगाने के लिए आजाद व पवन ने अपने साथ इंजमामूल को मिलाया और 2 नवम्‍बर की रात को 10 बजे इस वारदात को अंजाम दिया गया। आरोपियों ने ईंटें मार-मार कर राजू का कत्‍ल कर दिया और मौके से फरार हो गए। काम होने के बाद शेष रकम अशोक ने पवन को ट्रांसफर की दी।

सजा दिलाने के लिए पुख्‍ता सबूत
मीना ने कहा कि आरोपियों को अदालत से सजा दिलाने के लिए पुलिस के पास पुख्‍ता सबूत है। पुलिस का कहना है कि इस मामले और कुछ लोगों की भी भूमिका सामने आ रही है, जिसकी छानबीन चल रही है।

नाम नहीं किया उजागर
अब जबकि पुलिस दावा कर रही है‍ कि मामले का सुलझा लिया गया है, लेकिन बावजूद इसके प्रैसवार्ता में अशोक के साथी व भाभी का नाम उजागर नहीं किया गया। इस बारे में जब पुलिस से पूछा गया तो एक अधिकारी हंस कर जबाव को टाल दिया और अन्‍य सवालों के जवाब देने से पहले ही प्रैसवार्ता में उठ कर चले गए।


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Tania pathak

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