डी.जी.जी.आई लुधियाना द्वारा कर चोरी रैकेट में शामिल कई फर्मों पर की गई कार्रवाई

punjabkesari.in Tuesday, Jun 06, 2023 - 10:53 PM (IST)

लुधियाना (सेठी): डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ जी.एस.टी. इंटेलिजेंस (डी.जी.जी.आई) ने नोएडा पुलिस द्वारा 15,000 करोड़ रुपए के जी.एस.टी. चोरी मामले पर आगे कार्रवाई की। बता दें कि पुलिस ने रैकेट का भंडाफोड़ किया था जिस क्रम में विभाग कार्रवाई कर रहा है। इसमें 3000 से अधिक संदिग्ध फर्में धोखाधड़ी से अमान्य इनपुट टैक्स क्रेडिट पारित कर रहे थे। केंद्र सरकार ने डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ जी.एस.टी. इंटेलिजेंस (डी.जी.जी.आई) मुख्यालय को नोडल एजेंसी के रूप में नियुक्त किया है। जिसमें कई विभिन्न कर एजेंसियों के साथ आर्डिनेशन, एनालिसिस ऑफ़ सप्लाई चेन व फर्जी फर्मों को कैंसलेशन करने और सरकारी बकायों की वसूली सहित कार्रवाई शुरू करना है।

यह कार्रवाई डी.जी.जी.आई. के प्रिंसिपल डायरेक्टर जनरल के मार्गदर्शन में डी.जी.जी.आई की सभी जोनल यूनिटों द्वारा फर्जी बिलिंग रैकेट में शामिल संस्थाओं के खिलाफ फर्जी फर्मों की पहचान करने और कर चोरी करने वालों के खिलाफ एक अखिल भारतीय विशेष अभियान शुरू किया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी से पता चला है कि डी.जी.जी.आई लुधियाना जोनल यूनिट ने इस कर चोरी रैकेट में शामिल कई ऐसी यूनिटों की पहचान की है और आज पंजाब भर में 20 अलग-अलग स्थानों पर एक विशेष अभियान चला रही है, जिसमें सेंट्रल जीएसटी के 60 से अधिक अधिकारी फील्ड पर हैं।

इंस्पेक्शन के दौरान अधिकारियों ने कई फर्मों में कर चोरी का पता लगाया है और अब तक करोड़ों रुपयों की कर चोरी की वसूली की है। कर अधिकारियों द्वारा आगे की जांच भी जारी है। यह भी पता चला है कि जी.एस.टी. अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश हैं कि इस तरह की धोखाधड़ी में शामिल मास्टरमाइंड और पेशेवरों का विवरण आगे की कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस अधिकारियों के साथ सांझा किया जाए। डी.जी.जी.आई. द्वारा किए जा रहे इस विशेष अभियान से कर चोरी करने वालों और किसी प्रकार की कर धोखाधड़ी गतिविधियों में शामिल लोगों को साफ़ संदेश है कि कर चोरी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी क्योंकि ऐसी धोखाधड़ी करने वाली संस्थाओं पर अधिकारी पेनी नजर बनाए हुए हैं।

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News Editor

Paras Sanotra

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