विदेश में रह रहे KLF के प्रमुख रणजोध सिंह का अमृतपाल से सीधा  Connection

punjabkesari.in Monday, Apr 03, 2023 - 12:08 PM (IST)

जालंधर: पंजाब में आतंकवाद का दौर खत्म होने से करीब 25 साल पहले एक दर्जन से ज्यादा नामी खालिस्तानी आतंकी और उनके संगठनों के 5 प्रमुख आईएसआई के सीधे संपर्क में हैं। अब इसी कड़ी में एक और खुलासा हुआ है कि विदेश भागकर खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (के.एल.एफ.) का प्रमुख रणजोध सिंह ब्रिटेन (यू.के.) में अवतार सिंह खंडा के नाम से दोहरी जिंदगी जी रहे है। वह लंदन में भारतीय उच्चायोग में 19 मार्च को हुई हिंसा का मुख्य स्रोत है। इतना ही नहीं, के.एल.एफ. के खुद बने प्रमुख का ''वारिस पंजाब दे'' के प्रमुख और भगोड़े खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह से सीधा संबंध बताया जाता है, क्योंकि  20 मार्च को रणजोध सिंह ने भगोड़े अमृतपाल उसके साथियों की गिरफ्तारी पर एक और प्रेस नोट जारी किया।

KLF का जत्थेदार हुआ था नियुक्त 

एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि लंदन और नई दिल्ली से प्राप्त जानकारी से पता चलता है कि रणजोध सिंह वहां से भारत सरकार पर दुनिया भर में सिख समुदाय के खिलाफ अत्याचार के लिए आरोप लगाते हुए के.एल.एफ. के प्रेस नोट जारी करता है। 20 नवंबर 2022 को जारी एक प्रेस नोट का हवाला दिया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि के.एल.एफ. के शीर्ष अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक एक गुप्त स्थान पर आयोजित की गई थी। बैठक के दौरान, के.एल.एफ. हाईमैन ने रणजोध सिंह को के.एल.एफ. का नया जत्थेदार नियुक्त किया।

सुरक्षा एजेंसियों और पंजाब पुलिस को  दी गई धमकी

के.एल.एफ. ने अजनाला की घटना और पंजाब की मौजूदा स्थिति के लिए भारतीय सुरक्षा बलों और पंजाब पुलिस को जिम्मेदार ठहराया। एक प्रेस नोट में, संगठन ने सुरक्षा एजेंसियों और पंजाब पुलिस दोनों को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी और उन्हें पंजाब आतंकवाद के दिनों में डी.आई.जी. अवतार सिंह अटवाल और एस.एस.पी. गोबिंद राम की हत्याओं की याद दिलाई। खुफिया एजेंसियों के पास ऐसे इनपुट हैं कि खंडा, जो अवतार सिंह आजाद और रणजोध सिंह के नाम से फेसबुक प्रोफाइल बनाए रखता है, जल्द ही पंजाब को मुख्य लक्ष्य बनाकर भारत में आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी लेना शुरू कर सकता है। खंडा का मुख्य उद्देश्य भारत के खिलाफ और कथित खालिस्तान आंदोलन के समर्थन में पंजाब और यू.के कनाडा, यू.एस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में युवाओं को कट्टरपंथी बनाना है।

रणजोध के पिता भी थे खालिस्तानी समर्थक 

रणजोध सिंह के पिता कुलवंत सिंह खुकराना भी खालिस्तानी समर्थक थे और 1991 में सुरक्षा बलों द्वारा मारे गए थे। दिल्ली पुलिस ने खंडा के खिलाफ राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में एफ.आई.आर. भी दर्ज की है। भारत ने दूतावास पर हमले को लेकर कड़ा रुख अपनाया था। बताया जा रहा है कि भारतीय उच्चायोग ने ब्रिटिश सुरक्षा सेवाओं को विरोध के बारे में लिखित रूप से सूचित कर दिया है और एम.आई.-5 को 19 मार्च से पहले संभावित हिंसा के बारे में व्यक्तिगत रूप से सूचित कर दिया था। इसके बावजूद चरमपंथियों ने भारतीय दूतावास पर हमला कर दिया।

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News Editor

Kamini

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