कैप्टन अमरेन्द्र के कारण ही राजनीति में आगे आया, मतभेद होने का सवाल ही नहीं : जाखड़

punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2020 - 04:12 PM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पिछले कुछ दिनों से चल रही चर्चाओं पर पूरी तरह से विराम लगाते हुए कहा है कि उनके मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के साथ कोई मतभेद नहीं हैं तथा अगर वह आज राजनीतिक क्षेत्र में मौजूदा मुकाम पर पहुंचे हैं तो इसका पूरा श्रेय कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को जाता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह से लगातार बैठकें होती रहती हैं तथा पिछले कुछ दिनों से वह राजस्थान गए हुए थे जिस कारण उनकी मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो सकी। 

जाखड़ ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी उन्हें सोनिया गांधी, राहुल गांधी तथा कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के कारण ही मिली हुई है जिसे देखते हुए वह सरकार तथा पार्टी के बीच में एक कड़ी का काम कर रहे हैं। उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं, वह सरकार तथा जनता से ही संबंध रखते हैं। स्वयं मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने डिप्टी कमिश्नरों की बैठक में कहा था कि वह अफसरशाही की कारगुजारी से संतुष्ट नहीं हैं क्योंकि उनकी सरकार द्वारा लोक कल्याण को लेकर उठाए गए कदमों को प्रभावी ढंग से अफसरशाही ने लागू नहीं किया। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने किसानों के कर्जे माफ करने सहित अनेकों कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया परन्तु फिर भी निचले स्तर पर अफसरशाही उन्हें प्रभावी ढंग से लागू करने में सफल नहीं हो सकी तो इसका सीधा-सा अर्थ है कि अफसरशाही में कुछ न कुछ खामियां तो अवश्य हैं। अब समय आ गया है जब अफसरशाही को पूरी तरह से जवाबदेह बना दिया जाए। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि अब वह उन अधिकारियों को पीछे कर दें जो जनता की आकांक्षाओं पर पूरा नहीं उतर पा रहे हैं। अफसरशाही में छिपी काली भेड़ों की पहचान करने की जरूरत है। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व अकाली-भाजपा सरकार के समय किए गए बिजली समझौतों पर पुनर्विचार करने के ऐलान का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार को या तो पूर्व में किए गए बिजली समझौतों को रद्द कर देना चाहिए या फिर जनता को सस्ती बिजली उपलब्ध करवानी चाहिए। 

सरकार तथा पार्टी के बीच में कड़ी बना रहूंगा 
जाखड़ ने कहा कि पंजाब सरकार तथा पार्टी के बीच में वह कड़ी बने रहेंगे। अगर पार्टी राज्य में मजबूत रहती है तो सरकार बनी रहेगी इसलिए उनका मानना है कि सत्ता में पार्टी को बनाए रखने के लिए सरकार का भी मजबूत बना रहना जरूरी है। पार्टी के कार्यकर्ता अब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह का 2002 का आक्रामक रूप देखना चाहते हैं जिन्होंने अकालियों के पसीने छुड़ा दिए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में अकालियों में इतनी हिम्मत नहीं होनी चाहिए कि वह सरकार को धमकियां देना शुरू कर दें। अभी कांग्रेस सरकार का 2 वर्षों का समय शेष है। 


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Edited By

Sunita sarangal

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