फाइनांसर जिंदी मर्डर केस: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, शरीर पर लगी थीं 7 गोलियां 2 हुईं आर-पार

punjabkesari.in Saturday, Jan 25, 2020 - 12:25 PM (IST)

लुधियाना(ऋषि): जवाहर नगर कैंप में डा. रविंद्र सिंह दुआ के क्लीनिक में घुसकर फाइनांसर हरजिंद्र सिंह जिंदी पर गोलियां दागने वाले जवाहर नगर कैंप के ही रहने वाले मोनी का 24 घंटे गुजर जाने पर भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस द्वारा उसकी तलाश के लिए कई टीमें बनाई गई हैं जो उसके सभी संभावित ठिकानों पर रेड कर रही हैं।

वहीं शुक्रवार को सिविल अस्पताल के 3 डाक्टरों के बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम कर उसे परिजनों के हवाले किया। बोर्ड में डा. शीतल, डा. रोहित रामपाल और डा, रमनदीप शामिल थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार जिंदी के शरीर पर कुल 7 गोलियां लगी हैं। बाएं हाथ पर लगी 2 गोलियां आर-पार हो गईं जबकि 5 गोलियां उसके शरीर में फंस गई जिसके बार में पोस्टमार्टम से पहले किए गए एक्स-रे में पता चला जिसके बाद पांचों गोलियां बाहर निकाली गईं। डाक्टरों के अनुसार एक गोली सिर में बाएं तरफ से घुसकर दां तरफ जा फंसी, जबकि 2 गोलियां छाती और पेट से निकाली गईं। गोली लगने से जिंदी का लिवर, फेफड़े व हृदय अंदर ही फट गया।  

पुलिस ने फिर किया घटनास्थल का दौरा
शुक्रवार को पुलिस की जांच टीम फिर से घटनास्थल पर पहुंची और वहां पर कई सुराग एकत्रित किए। वहीं पुलिस हत्यारों की ओर से बाहर चलाई गई गोलियों के खोल भी ढूंढती दिखी।  

जवाहर नगर कैंप रहा बंद, परिजनों ने किया अंतिम संस्कार
सारा दिन जवाहर नगर कैंप की सारी मार्कीट बंद रही और लोग आपस में जिंदी को लेकर ही बातचीत करते दिखे। वहीं कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

सी.सी.टी.वी. फुटेज से की पुलिस ने मोनी की पहचान
जगराओं के गांव पक्खोवाल में एस.बी.आई. का ए.टी.एम. उखाड़कर ले जाने वाले गैंग का मोनी मास्टरमाइंड था। पुलिस ने 11 दिनों बाद गैंग को तो दबोच लिया था लेकिन मोनी हाथ नहीं लगा था। जगराओं में की गई वारदात से चंद दिनों पहले ही वह जमानत पर आया था। वीरवार रात लगभग 8 बजे वारदात के बाद फरार होते समय वह मार्कीट में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों में कैद हो गया था। फुटेज से ही पुलिस को मोनी की पहचान हो गई थी। 

पुलिस को चकमा देने के लिए कार पर लगाया दिल्ली का नंबर
 सी.पी. अग्रवाल के अनुसार फुटेज में कार का नंबर दिखाई दे रहा था जो दिल्ली के पते का था जिसके बाद तुरंत एक टीम दिल्ली रवाना की गई। वहां जाकर पता चला कि कार के मालिक के पास भी सफेद रंग की ही वैगन आर कार है जो घर के बाहर खड़ी है। पुलिस को चकमा देने के लिए उसने पहले सफेद रंग की वैगन आर कार का इंतजाम किया और फिर उस पर दिल्ली की उसी कार की नंबर प्लेट लगा ली।
 
अम्बाला पुलिस को भी तलाश, 6 दिसम्बर को व्यक्ति को मारी थी गोली 
पुलिस कमिश्रर ने बताया कि अंबाला पुलिस को भी मोनी की तलाश है। मोनी द्वारा 6 दिसम्बर को लूट की नीयत से अम्बाला में एक व्यक्ति के सिर में गोली मारी गई है। घायल की हालत इस समय स्थिर है। वहीं पुलिस द्वारा आरोपी की तलाश के लिए डी.सी.पी. डिटैक्टिव एस.एस. ढींडसा की सुपरविजन में एस.आई.टी. का गठन किया गया है।

कार की नंबर प्लेटें चेंज कर निकले शहर से बाहर 
पुलिस कमिश्रर के अनुसार पुलिस की टीमों द्वारा शहर से बाहर जाने वाले सभी रास्तों पर  लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज चैक की गई है लेकिन उक्त नंबर की कार शहर से बाहर नहीं गई है। पुलिस मान रही है कि शहर से बाहर निकलने से पहले उन्होंने कार की नंबर प्लेट चेंज कर ली। 

एक हत्यारा गोली लगने से घायल, अस्पताल में नहीं हुआ दाखिल 
सी.पी. के अनुसार फरार होते समय दोनों हत्यारे जब कार में बैठने लगे तो उनसे गोली चल पड़ी जो एक हत्यारे की टांग में जा लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस द्वारा शहर और साथ लगते इलाकों के सभी बड़े से लेकर छोटे अस्पतालों में जाकर पता करवाया गया है लेकिन हत्यारा कहीं पर भी दाखिल नहीं हुआ है। पुलिस के अनुसार वह किसी छोटी डिस्पैंसरी में उपचार करवाने गया होगा। 


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Vaneet

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