कबीर जयंती की छुट्टी बंद करने पर कबीरपंथियों में रोष

punjabkesari.in Friday, Dec 29, 2017 - 10:30 AM (IST)

जालंधर (सुमित): पंजाब सरकार द्वारा वर्ष 2018 में की जाने वाली सरकारी छुट्टियों की जारी सूची में कुछ छुट्टियां जो 2017 तक हो रही थीं उन्हें आगे 2018 में बंद कर दिया गया है।

बंद की गई छुट्टियों में कबीर जयंती की छुट्टी भी शामिल है जिस कारण कबीरपंथियों में काफी रोष पाया जा रहा है। इस संबंध में कबीर समाज से संबंधित सिटीजन संघर्ष कमेटी पंजाब ने सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए कबीर जयंती की छुट्टी पुन: शुरू किए जाने की मांग की है। ऐसा नहीं किए जाने पर संघर्ष कमेटी द्वारा संघर्ष शुरू करने की बात कही गई है।


छुट्टी बंद किए जाने पर रोष व्यक्त करते हुए सिटीजन संघर्ष कमेटी के पदाधिकारियों ने कहा कि पूरे पंजाब में 22 लाख से ज्यादा कबीरपंथी हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में इस दिन छुट्टी है तो फिर पंजाब में छुट्टी बंद क्यों की गई। इनका आरोप था कि कांग्रेस सरकार इससे पहले भी जब 2002 में सत्ता में आई थी तो कबीर जयंती की छुट्टी बंद कर दी गई थी, जबकि बादल सरकार आने पर यह छुट्टी पुन: शुरू की गई थी।


अब कैप्टन सरकार आने पर फिर से यह छुट्टी बंद की जा रही है। इनका कहना था कि अगर सरकार कामकाज की चाल में तेजी लाने के उद्देश्य से कुछ छुट्टियां बंद कर रही है तो फिर सभी छुट्टियां  बंद कर देनी चाहिएं। संघर्ष कमेटी के सदस्यों का कहना था कि एक सप्ताह में सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला तो सभी डिप्टी कमिश्ररों को ज्ञापन दिए जाएंगे।


अगर फिर भी सरकार पर असर नहीं हुआ तो पंजाब के सभी जिलों में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के पुतले फूंके जाएंगे। इससे अगर किसी तरह का माहौल खराब होगा तो इसकी सारी जिम्मेदारी मौजूदा सरकार की होगी। इस अवसर पर कीमती भगत चेयरमैन गौ रक्षा कमीशन पंजाब, शरण दास भगत, सुभाष भगत, सुभाष गौरिया शिवसेना नेता, रविन्द्र कुमार, रजनीश चाचा, गुरबचन जल्ला, विजय बाबा संस्थापक सत्गुरु कबीर मिशन, रविन्द्र कीमती, बलबीर गौरिया, राणा बग्गा, विनोद मोदी, विक्की भगत, अमृत भगत, लक्की भगत, दीपक गाबा, मुकेश लक्की, सुरिन्द्र भगत, विजय मिंटू, राकेश बिट्टू उपस्थित थे।


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