पवित्र स्वरूपों के मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएः लौंगोवाल

punjabkesari.in Sunday, Jul 12, 2020 - 11:04 PM (IST)

अमृतसरः शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की अंतरिम समिति ने पब्लिकेशन विभाग में श्री गुरू ग्रंथ साहिब के पवित्र स्वरूपों के रिकार्ड में पाई गई अनियमितता की सेवानिवृत न्यायाधीश से जांच कराने और प्रकाशन विभाग का सारे स्टाफ को भी बदलने का फैसला किया है। श्री गुरु रामदास मेडिकल कालेज में अंतरिम समिति की बैठक दौरान प्रस्ताव पेश कर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से अपील की गई कि वह इस मामले की जांच सेवा सेवानिव़ृत सिख न्यायाधीश या किसी प्रमुख सिख शख्सियत से करवाएं ताकि सच्चाई सामने आ सके।

एसजीपीसी के प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच बेहद जरूरी है। इसलिए शिरोमणि समिति की अंतरिम समिति ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को विनती की है। जांच को कोई भी प्रभावित न कर सके इसलिए शिरोमणि समिति के पब्लिकेशन और जिल्तबन्दी विभाग से सम्बन्धित आधिकारियों, कर्मचारियों को तुरंत तबदील करने का भी फैसला किया गया है। इसके अंतर्गत विभाग से सम्बन्धित सी.जी.एल, सुपरवाइजर, इंचार्ज, उपसचिव, एडीशनल सचिव और सचिव भी बदले जाएंगे। 

लौंगोवाल ने कहा कि पब्लिकेशन विभाग में काम कर रहे कंवलजीत सिंह सहायक सुपरवाइजर की सेवामुक्ति के समय प्रभार लेने के अवसर पर पवित्र स्वरूप में बदलाव की गंभीर शिकायत सामने आई थी। इस सम्बन्ध में शिरोमणि समिति की तरफ से उप -समिति गठित करके जांच की जा रही है, परंतु सभी शंकाओं को दूर करने के लिए यह जांच श्री अकाल तख्त साहिब के नेतृत्व में सेवा निवृत सिख जज या किसी निष्पक्ष सिख शख्सियत से कराए जाने की बात कही गई है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Mohit

Recommended News

Related News