SHO के समर्थन में उतरी दर्जनों गांवों की पंचायतें (Watch Video)

punjabkesari.in Thursday, Jul 19, 2018 - 04:31 PM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र): मेहटियाना थाने के एस.एच.ओ. पलविन्द्र सिंह पर नशा तस्कर बनाने का आरोप लगने के बाद सुर्खियों में आए इस मामले ने बुधवार को एक नाटकीय मोड़ ले लिया। घटनाक्रम तहत थाना प्रभारी के समर्थन में करीब दर्जनों गांवों की पंचायतें उतर आईं। मेहटियाना थाने के अधीन आते गांवों के पंचों, सरपंचों व नंबरदारों ने एस.एच.ओ. पलविन्द्र सिंह पर तस्कर बनाने का आरोप लगाने वाले माणां गांव के सुखविन्द्र सिंह पर ही गंभीर आरोप लगाए। पंचायतों ने साफतौर पर कहा कि एस.एच.ओ. पलविन्द्र सिंह की जबसे मेहटियाना में तैनाती हुई है, नशा तस्करों में हड़कम्प मचा हुआ है। स्वयं तस्करी के आरोपी अब पुलिस पर बेबुनियाद व मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोप लगाने वाले सुखविन्द्र सिंह पर पहले ही तस्करी के साथ-साथ करीब 2 महीने पहले एस.टी.एफ. ने उसके खिलाफ आम्र्स एक्ट अधीन केस दर्ज किया है जबकि एस.एच.ओ. पलविन्द्र सिंह की तैनाती तो अभी 20 दिन पहले ही हुई है।

माणां गांव की पंचायत ने भी लगाए गंभीर आरोप
प्रैस क्लब में मीडिया को संबोधित करते हुए एस.एच.ओ. पर आरोप लगाने वाले सुखविन्द्र सिंह के गांव माणां के नंबरदार जसविन्द्र सिंह और हरविन्द्र सिंह, हरमेल सिंह व प्रकाश राम (सभी पंच), नरेन्द्र कौर के साथ अन्य गांवों के पंच, सरपंच व नंबरदार बलवीर सिंह, यशपाल सिंह, मेजर सिंह, परमजीत सिंह, सोहन लाल, चरणजीत सिंह धामी ने कहा कि थाना मेहटियाना में जब 2 साल पहले पलविन्द्र सिंह थाना प्रभारी थे, उस समय भी उन्होंने नशा तस्करों पर सख्त कार्रवाई की थी। अभी इनसे पहले के थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने भी सख्ती की थी, जिससे नशा तस्कर परेशान हो गए थे। उन्होंने कहा कि हम एस.एच.ओ. पलविन्द्र सिंह के समर्थन में नहीं आए हैं लेकिन वह जिस तरह नशा तस्करों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई कर रहे हैं हम उसका पुरजोर समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाले सुखविन्द्र सिंह के बयान पर कैसे भरोसा किया जा सकता है जबकि वह स्वयं नशा तस्करी में न सिर्फ संलिप्त है बल्कि गांव के लोगों को सरेआम धमकियां भी दे रहा है।

क्या आरोप है सुखविन्द्र का
माणां गांव के रहने वाले सुखविन्द्र सिंह ने 2 दिन पहले जालंधर में प्रैस कॉन्फ्रैंस कर एस.एच.ओ. पलविन्द्र सिंह पर आरोप लगाया था कि उसके इशारे पर ही उसे साल 2015 में नशा तस्करी के काम में लगा दिया गया। साल 2016 में जब पत्नी के विरोध को देख उसने तस्करी का विरोध किया तो 28 सितम्बर 2016 को उसे व उसकी पत्नी को थाने बुलाकर 3 लाख रुपए की मांग की गई। बाद में 70,000 रुपए देने पर भी उसके खिलाफ केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया।

चल रही है मामले की जांच : डी.एस.पी.
जब इस संबंध में डी.एस.पी. (डी.) राकेश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। जांच में हर तथ्य की बारीकी से जांच चल रही है। अत: इस मामले में अभी इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकते।


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