PUBG और Candy Crush खेलने वालों के लिए बड़ी खबर, बजने लगी खतरे की घंटी!
punjabkesari.in Friday, Oct 03, 2025 - 12:04 AM (IST)

लुधियाना ( गणेश ) : आज की डिजिटल दुनिया में मोबाइल गेम्स बच्चों और युवाओं के जीवन पर गहरा असर डाल रहे हैं। खासकर PUBG और Candy Crush जैसे गेम ने नई पीढ़ी को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। स्कूल-कॉलेज जाने वाले बच्चे पढ़ाई-लिखाई और असली खेलों की जगह घंटों तक मोबाइल स्क्रीन पर नजरें गड़ाए रहते हैं। इससे न केवल उनका समय बर्बाद हो रहा है बल्कि उनका स्वास्थ्य और भविष्य भी खतरे में पड़ गया है।
PUBG की लत ने बच्चों को हिंसात्मक सोच और चिड़चिड़ेपन की ओर धकेला है। विशेषज्ञों के अनुसार इस गेम को लंबे समय तक खेलने से बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि कम होती है, नींद पूरी नहीं होती और आंखों की रोशनी पर भी गहरा असर पड़ता है। कई घरों में यह स्थिति तक बन जाती है कि बच्चे मोबाइल गेम के कारण अपने माता-पिता से झगड़ने लगते हैं।
वहीं, Candy Crush जैसा दिखने में सरल गेम भी अब बड़ी समस्या बन गया है। इसमें लेवल पार करने के लिए कई लोग पैसे खर्च कर रहे हैं। खासकर महिलाएँ और युवा खिलाड़ी छोटे-छोटे इन-ऐप परचेज़ के लिए रोज़ाना पैसे लगा रहे हैं। धीरे-धीरे यह शौक एक आर्थिक बोझ में बदल रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसे गेम लोगों को “छोटी-छोटी जीत” का लालच देकर उन्हें बार-बार खेलने और पैसे खर्च करने के लिए मजबूर करते हैं।
मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि यदि इस लत पर रोक नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में यह बच्चों और युवाओं की मानसिक स्थिति, सेहत और आर्थिक स्थिरता सभी पर भारी पड़ सकती है। इसलिए माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों की मोबाइल आदतों पर निगरानी रखें और उन्हें पढ़ाई, खेलकूद तथा रचनात्मक गतिविधियों की ओर प्रेरित करें।