आखिर क्यो पिछड़ गई Jalandhar उप चुनावों में कांग्रेस? जानें हार के 5 बड़े कारण
punjabkesari.in Saturday, Jul 13, 2024 - 01:47 PM (IST)
पंजाब डेस्कः जालंधर वेस्ट उप चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार मोहिंदर भगत 55246 वोट लेकर विजयी रहे है। दूसरे स्थान पर भाजपा के शीतल अंगुराल को 17921 वोट और तीसरे स्थान पर कांग्रेस प्रत्याशी सुरिंदर कौर को 16757 वोट मिले हैं। इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल और बसपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त कर ली गई है। जालंधर में लोकसभा चुनाव के दौरान बड़ी जीत हासिल करने वाली कांग्रेस के लिए यह सीट काफी अहम मानी जा रही थी लेकिन आज आए नतीजों में पार्टी तीसरे नंबर पर रही। कांग्रेस पार्टी द्वार महिला उम्मीदवार सुरिंदर कौर पर दांव खेला गया। कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और विपक्ष के नेता प्रताप बाजवा समेत प्रमुख कांग्रेस नेताओं ने जालंधर में डेरा डाला हुआ था। लेकिन फिर भी किन 5 कारणों के कारण कांग्रेस अपना परचम लहराने से पिछड़ गई। आइए, एक नजर डालते हैं इन 5 कारणों परः-
1) इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस नेताओं द्वारा काफी जोर लगाया गया। पार्टी के नेताओं द्वारा डोर टू डोर भी प्रचार किया गया लेकिन वह लोगों के बीच छाप नहीं छोड़ सके।
2) पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वड़िंग वेस्ट हलके में प्रचार करते दिखे, यहां तक कि खुद सड़कों में उतरकर लोगों के बीच पहुंचे। लेकिन कोई बड़ा नेता नहीं पहुंचा जबकि आप के सी.एम. से लेकर बड़े मंत्री लगातार घर-घर पहुंचते रहे।
3) कांग्रेस उम्मीदवार सुरिंदर कौर का चेहरा लोगों के बीच चुनावी घोषणा पर ही नजर आया। अगर पार्टी ने उन्हें पहले बताया होता है तो वह लोगों के बीच उतरी और एक्टिव रहती।
4) चुनाव प्रचार दौरान भी सुरिंदर कौर लोगों के बीच पहुंची नहीं जबकि दूर से सलाम करती दिखी। लेकिन वेस्ट हलके के लोग अपनी समस्याओं के समाधान का आश्वास आम आदमी पार्टी से लेते रहे। अगर सुरिंदर कौर खुद लोगों के बीच उतरती तो उन्हें कुछ फायदा तो हो ही जाता।
5) लोकसभा चुनावों में जालंधर के लोगों ने कांग्रेस के चरणजीत सिंह चन्नी को भारी मतों से जीत दिलवाकर संसद तक पहुंचा। अगर खुद मैदान में उतरकर लोगों से वोट मांगते तो पार्टी जीत हासिल कर सकती थी। ऐसे में चन्नी का लोगों के बीच ना उतरना भी पार्टी को काफी नुक्सान पहुंचा गया है।