Jalandhar में शर्मनाक कांड करने वाले Couple का रौबदार अंदाज...Police भी हैरान
punjabkesari.in Wednesday, Oct 04, 2023 - 08:55 AM (IST)

जालंधर: रविवार सुबह करीब 7 बजे थाना मकसूदां के अधीन आते गांव कानपुर में स्थित नवीं आबादी में कलयुगी माता-पिता ने लालन-पोषण न कर पाने की दुहाई देते हुए अपनी ही 3 बच्चियों को दूध में जहरीला पदार्थ पिलाकर दिया तथा तड़पती हुई तीनों बच्चियों को लोहे के ट्रंक में बंद कर ताला लगाकर खुद अपनी 2 साल की छोटी बच्ची को काम पर साथ ले गए थे। रविवार शाम जब दम्पति अपनी छोटी बच्ची अनुष्का के साथ अपने कमरे में पहुंचे तो मोहल्लावासियों ने उन्हें सूचना दी कि उनकी तीनों बच्चियां अमृता कुमारी (9), शक्ति कुमारी (7) तथा कंचना कुमारी (4) सुबह से किसी को दिखाई नहीं दी हैं तथा ढूंढने के बाद भी नहीं मिली हैं।
इसी दौरान मकान मालिक सुरिन्द्र सिंह ने हैल्पलाइन 112 पर सूचित किया तथा मौके पर थाना मकसूदां की पुलिस पहुंची और बच्चियों को खोजने लगी। अगली सुबह करीब 6 बजे ट्रंक में से बच्चियों की लाशें बरामद हुईं। दम्पति ने अपने बच्चों के प्रति जो घृणा दिखाई है उससे इलाका निवासियों में दहशत का माहौल बना हुआ है तथा इस कृत्य की हर तरफ निंदा हो रही है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने जब मृतक तीनों बच्चियों के पिता से पूछताछ की तो उसने रौबदार अंदाज में कहा कि उसने अपनी बच्चियों को मारा है किसी का क्या गया है। पुलिस ने दम्पति के खिलाफ धारा 302, 201, 34 आई.पी.सी. के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने आज दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया तथा पुलिस को 1 दिन का पुलिस रिमांड मिला। थाना मकसूदां की पुलिस ने सुबह तीनों बच्चियों का पोस्टमार्टम करवाया तथा कल हिन्दू-रीति रिवाज से बच्चियों का संस्कार किया जाएगा।
नारी निकेतन के चाइल्ड होम में भेजा 2 बच्चों को
पुलिस ने दोनों बच्चों अनुष्का (2) तथा सन्नी (1) को नारी निकेतन के चाइल्ड होम में सौंप दिया ताकि बच्चों का अच्छी तरह से पालन-पोषण हो सके।
तांत्रिक के बहकावे में आकर इस कृत्य को अंजाम तो नहीं दिया, पुलिस कर रही जांच
पुलिस अभी भी रिमांड में यह पता करने में लगी हुई है कि कहीं दम्पति ने किसी तांत्रिक के बहकावे में आकर इस कृत्य को अंजाम तो नहीं दिया है। पुलिस अभी भी अलग-अलग थ्यूरी पर काम करने में लगी हुई है। थाना मकसूदां के एस.एच.ओ. सिकन्दर सिंह ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत आती है तो वे बेझिझक होकर उनसे सम्पर्क कर सकते हैं ताकि इलाके में ऐसा कृत्य दोबारा न हो सके।
चारों बच्चों का ध्यान रखती थी मृतक अमृता
तीनों सगी बहनों में से बड़ी बहन अमृता अपनी 3 छोटी बहनों तथा एक भाई का दिन-रात ध्यान रखती थी। उनको नहलाना, कपड़े बदलने, रोटी बनाकर देने तथा अन्य कई जरूरतों का ध्यान रखती थी लेकिन कलुयगी मां-बाप ने तीनों बच्चियों को मौत के घाट उतार दिया तथा आरोपियों के मुंह पर शिकन तक नहीं थी। मंगलवार सुबह 2 वर्षीय अनुष्का बड़ी बहन अमृता को याद कर रो रही थी लेकिन उसकी आवाज अमृता तक नहीं पहुंच पा रही थी क्योंकि वे इस दुनिया में नहीं थी।