LIC एडवाईजर को मौत का डर दिखा मांगी फिरौती, चढ़ा पुलिस के हत्थे

punjabkesari.in Thursday, Jul 07, 2022 - 04:10 PM (IST)

नवांशहर (त्रिपाठी, मनोरंजन): जिला पुलिस ने 10 लाख रुपए की फिरौती मांगने के मुख्यारोपी रणजीत सिंह को गिरफ्तार करने के साथ-साथ अप्रैल में हुए डी.जे. संचालक सुखविन्दर सिंह के कत्ल के मामले को भी हल कर लिया है। प्रैस वार्ता में एस.पी. (जांच) सर्बजीत सिंह बाहिया तथा डी.एस.पी. (जांच) हरजीत सिंह ने बताया कि पुलिस की ओर से थाना सदर बंगा में दर्ज फिरौती तथा आर्म एक्ट के मामले में फिरौती की राशि लेने आए आरोपी नोमन पुत्र दिलहेडी निवासी सहारनपुर (यू.पी.) को गिरफ्तार किया था। उस वक्त आरोपी की ओर से गोली चलाने के चलते एक पुलिस कर्मचारी गोली लगने से घायल भी हो गया था।

एस.पी. बाहिया ने बताया कि गिरफ्तार नोमन से की गई पूछताछ में खुलासा हुआ था कि उसे फिरौती की राशि लेने के लिए जगतार सिंह ने भेजा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एस.एस.पी. डा. संदीप शर्मा की ओर से इंस्पेक्टर राजीव कुमार एस.एच.ओ. बंगा सदर, सी.आई.ए. स्टाफ के इंचार्ज एस.आई. जरनैल सिंह पर आधारित टीमों का गठन करके दोषी को गिरफ्तार करने के लिए छापामारी की जा रही थी।गिरफ्तारी से बचने के लिए रणजीत उर्फ लाडी अंबाला में नए नाम से जगतार सिंह बन कर रह रहा था। एस.पी. बाहिया ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई कि रणजीत सिंह पहले भी 2 आपराधिक मामलों में पुलिस को वांछित था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह नया नाम जगतार सिंह रख कर हरियाणा के अंबाला में रह रहा था,जिसने बदले हुए नाम पर पासपोर्ट भी बना रखा है।

अमरीका से आए मां-बाप को मिलने आए जगतार उर्फ रणजीत को किया पुलिस ने काबू

 

एस.पी. बाहिया ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि रणजीत सिंह उर्फ जगतार सिंह यू.एस.ए. से आए अपने मां-बाप से मिलने के लिए गांव में आ रहा है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने उक्त आरोपी को उस समय दबोच लिया जब वह बाईक पर बैठ कर गांव नौरा में आ रहा था। उन्होंने बताया कि जांच में खुलासा हुआ कि रणजीत सिंह उर्फ लाडी उर्फ जगतार सिंह पुत्र जरनैल सिंह ने ही अपने गांव के डी.जे. संचालक सुखविन्दर सिंह का गोली मार कर कत्ल किया था। उन्होंने बताया कि उक्त कल्त की रंजिश का कारण उक्त डी.जे. संचालक द्वारा रणजीत सिंह के साथ मारपीट करके जलील करना रहा था।

डी.जे. संलालक के कत्ल उपरांत मिला था फिरौती का आईडिया

 

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार रणजीत सिंह ने पुलिस जांच मे बताया कि डी.जे. संचालक का कत्ल करने के उपरान्त उसे 10 लाख की फिरौती का आईडिया मिला था जिसमें गांव के बीमा एडवाईजर अमरजीत सिंह को मौत का भय दिखा कर 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। जिसमें फिरौती की राशि लेने के लिए उसने पुलिस द्वारा पहले ही गिरफ्तार किए गए नोमन जिसे पुलिस जेल से प्रोटैक्शन वारन्ट पर ले कर आई है, को भेजा था। जिसने पुलिस कर्मचारी को गोली मार कर भागने का प्रयास किया था परन्तु पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था।

नोमन रणजीत सिंह को लाकर दिया था रिवाल्वर

 

एस.पी. ने बताया कि उक्त नोमन के साथ उसकी मुलाकात चंडीगढ स्थित पी.जी.आई. जहां नोमन अपने किसी रिश्तेदार का उपचार करवाने आया था तथा रणजीत भी किसी रिश्तेदार को दिखाने गया था, में हुई थी जो बाद में दोस्ती में बदल गई थी तथा नोमन ने रणजीत सिंह को रिवाल्वर लाकर दिया था। एस.एप.ने बताया कि गिरफतार रणजीत सिंह तथा नोमन को 12 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

 


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News Editor

Kalash

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