जेल में रहने को मजबूर है यह 3 महीने का मासूम,  जानें क्यों

punjabkesari.in Saturday, May 11, 2019 - 01:38 PM (IST)

अमृतसर(सफर): अमृतसर सैंट्रल जेल में मां के गुनाहों की सजा 3 माह का 'नूर' भुगत रहा है,जो पति के कत्ल की साजिश में सजा भुगत रही है। 'नूर' के जन्म पर जहां जेल में लड्डू बांटे गए,वहीं वह कैदी महिलाओं की आंखों का तारा बन गया। हर महिला कैदी या विचाराधीन कैदी का 'नूर' को बिना देखे या यूं कहे कि बिना उसे प्यार-दुलार किए खाना हजम नहीं होता। 
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शुक्रवार को चिलचिलाती धूप में नूर की मां को अमृतसर की अदालत में केस की सुनवाई के बाद जेल ले जाया गया । तब वह अपनी मां की बजाए किसी अन्य महिला कैदी की गोद में था। 'नूर' की बदकिस्मती ही कहा जाए कि एक तरफ वह जिस मां की कोख से जन्मा हैं, वह उसके पिता की कातिल है। जहां बदनसीब बाप उसे देख न सका, वहीं 'नूर' अपनी मां के अपराध की सजा बेकसूर होकर भी भुगत रहा है, शायद कुदरत को यही मंजूर है।
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'नूर' पर बरसती है सैंकड़ों माताओं की ममता
गोद में उठाए महिला (विचाराधीन कैदी) कहती है कि नूर का जन्म जब जेल की चारदीवारी में हुआ तो सभी जेल में खुशियां मनाई गईं। शगुन के गीत हम सभी ने मिलकर जेल में गाए। नूर के आ जाने से अपने बच्चों से अलग होकर जेल की दीवारों में कैद सैंकड़ों मांताओं की ममता बरसती है। नूर जेल में कैद महिला कैदियों के लिए कोहिनूर से कम नहीं।  


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