इस समय होंगे पंजाब में नगर निगम के चुनाव

punjabkesari.in Wednesday, Sep 21, 2022 - 12:16 PM (IST)

पंजाब डैस्क : यदि अकाली, कांग्रेस, भाजपा वाले काम करने वाले होते तो हमें वोट कौन डालता। पंजाब की जनता ने अरविंद केजरीवाल की सोच को तथा भगवंत मान जी की ईमानदारी को वोट डाली है। पंजाब में आम आदमी पार्टी के 92 विधायक चुने गए हैं। इस बार लोगों ने पुरानी पार्टियों को पूरी तरह नकार दिया है। वे अब तनाव में आकर कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री भगवंत मान का जर्मनी दौरा फ्लॉप शो रहा है। यह कहना है स्थानीय निकाय मंत्री डा. इंद्रबीर सिंह निज्जर का। डा. निज्जर ने 'पंजाब केसरी' के सीनियर पत्रकार रमनदीप सिंह सोढी के साथ बातचीत करते हुए पंजाब में नगर निगम चुनावों को लेकर विरोधियों द्वारा ‘आप’ सरकार पर उठाए जा रहे सवालों के बेबाक अंदाज में जवाब दिए। पेश हैं बातचीत के अंश-

पंजाब में ‘आप’ की सरकार बने 6 महीने हो चुके हैं, नगर निगम चुनाव कब होंगे?

गुजरात चुनाव के बाद नए साल में नगर निगम के चुनाव होंगे। उसके लिए सर्वे हो चुका है तथा वार्डबंदी चल रही है। वार्डबंदी भी नए साल तक पूरी हो जाएगी तथा वोटें भी नए साल में पड़ेंगी। 

नगर निगम चुनाव ‘आप’ कार्यकर्ताओं के साथ लड़े जाएंगे या अन्य पार्टियों से शामिल हो रहे नेताओं के साथ?

आम आदमी पार्टी का कैडर डिवैल्प हो रहा है। दरअसल पार्टी की जो नीतियां हैं तथा गारंटियां दी गई हैं वे पूरी की जा रही हैं। मोहल्ला क्लीनिक लोगों के लिए लाभदायक साबित हो रहे हैं। 51 लाख घरों को बिजली का जीरो बिल आया है। अगले महीने इस संख्या में और बढ़ौतरी होगी। सभी घरों में राशन देने जा रहे हैं। फिलहाल अदालत ने रोक लगा दी है। पर कोर्ट को भी पता है कि यह अच्छी पहल है इसलिए इजाजत मिल जाएगी। बुजुर्गों को घर बैठे पैंशन मिलेगी। इसको लेकर भी बैंक से बातचीत चल रही है। यदि सरकार पैसे खर्च करती है तो लोगों को सहूलियतें क्यों न मिले। यही कारण है कि हर कोई हमारी नीतियों से प्रभावित हो रहा है।

एक धारणा है कि आपका विभाग भ्रष्टाचारी बहुत है, क्या आपके ध्यान में ऐसा कोई मामला आया है?

कहने वाले तो यह भी कहते हैं कि नगर निगम भ्रष्टाचार मामले में हर विभाग को पीछे छोड़ देता है। असल आदतों को छोड़ना बहुत मुश्किल होता है। यह धीरे-धीरे बदली जा सकती हैं। किसी भी संस्था में 20 फीसदी लोग वह होते हैं जो गलत काम करते हैं। 20 फीसदी लोग बहुत अच्छा काम भी करते हैं तथा 60 फीसदी अधिकारी वह काम करते हैं जो आम सिस्टम कर रहा होता है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ईमानदार हैं तथा सभी इस बात से वाकिफ हैं और गलत काम छोड़ रहे हैं। बाकी विभागों में लोगों के काम हो रहे हैं। गलत काम करने वाले अधिकारी भी अच्छे काम करने लगे हैं।

शहरों में बड़ी समस्या पीने वाले पानी में सीवरेज के पानी का मिक्स होना है, इसको लेकर आपकी क्या रणनीति है?

पंजाब के 4 शहरों में बड़े प्रोजैक्ट चल रहे हैं। जालंधर में सबसे एडवांस प्रोजैक्ट चल रहा है। बिस्त दोआब नहर से आदमपुर की तरफ से पानी लेकर नार्थ द्वारा पानी को ग्रैविटी के साथ शहर में लेकर आएंगे। अमृतसर में पानी को फिल्टर करने वाला प्लांट लगना शुरू हो गया है। पाइपें डाली जा रही हैं। वहां बड़े टैंक बनेंगे जहां से 24 घंटे पानी की सप्लाई होगी। जब 24 घंटे पानी चलेगा तब सीवरेज का पानी पीने वाले पानी में मिक्स नहीं होगा। यह समस्या तब आती है जब पीने वाला पानी बंद हो जाता है या पाइप में लीकेज हो। हम पाइप लीकेज को भी बंद करेंगे। 

लोगों को बताया जा रहा है कि अवैध कनैक्शन न लगाए जाएं क्योंकि ऐसा काम करने वाले मैकेनिक अनाड़ी होते हैं। वह अक्सर गलत कनैक्शन जोड़ देते हैं जिस कारण पाइप में छेद रह जाते हैं तथा सीवरेज का पानी पीने वाले पानी में मिक्स हो जाता है। पानी का बिल नाममात्र आ रहा है। यदि लोग अवैध कनैक्शन नहीं लगाएंगे तो हमें पता चलेगा कि असल में पानी की कितनी मांग है। 

पंजाब के महानगरों में एंट्री प्वाइंट पर कूड़े के ढेर नजर आते हैं, लोगों को इससे कब छुटकारा मिलेगा?

हम बड़े स्तर पर काम कर रहे हैं तथा अगले 5 सालों में इस समस्या का पक्के तौर पर हल कर दिया जाएगा। पर कई बार समस्याएं और भी होती हैं। जैसे अमृतसर में अब्राडा कम्पनी से पुराना कांट्रैक्ट हुआ है। इस कांट्रैक्ट में कई प्वाइंट ऐसे हैं जो बिल्कुल कम्पनी के पक्ष में हैं। ऐसे कामों से निकलना भी मुश्किल हो जाता है। इसको भी हम हल कर रहे हैं। पटियाला में भी हम ऐसे मामलों के हल के लिए प्रयत्न कर रहे हैं। जालंधर-लुधियाना में हमने कांट्रैक्ट किए हैं जिसमें हमें अच्छा समर्थन मिला है। जालंधर में कमिश्नर साहिब से बात हुई है। कपूरथला के अधिकारियों ने भी भरोसा दिया है कि कूड़ा फैंकने के लिए जगह मिल गई है। हमें कई जगह पुराने कूड़ा डंप स्थानों को लेकर थोड़ी समस्या आ रही है जिसका जल्द ही हल हो जाएगा।

पंजाब में आवारा पशुओं व कुत्तों की बड़ी समस्या है, लोगों को कैसे निजात मिलेगी?

दरअसल, कई बार ऐसा होता है कि लोग पहले पशु पालते हैं, फिर उन्हें आवारा छोड़ देते हैं। इसी तरह कुत्तों को भी रोटी डालते हैं तो कुत्ते इनके घरों में आना शुरू कर देते हैं। फिर कहा जाता है कि ये गंदगी फैलाते हैं या काटते हैं। कुत्तों की नसबंदी के लिए प्रोग्राम चल रहा है, यह पहले बहुत धीमी गति से चल रहा था, परंतु अब इसमें तेजी लाने के आदेश दे दिए गए हैं। किसी भी शहर की बात करें तो 7-8 साल इस मसले को हल करने में लग जाएंगे।

आप्रेशन लोटस को लेकर भाजपा वाले कहते हैं कि आपके पास सबूत क्या हैं?

भाजपा ने पूरे देश में से 280 से अधिक विधायक खरीदे हैं, इससे बड़ा सबूत क्या चाहिए। ईस्ट, साऊथ महाराष्ट्र के बाद अब गोवा में 8 विधायक खरीदे हैं।

बिक्रम मजीठिया कहते हैं कि ‘आप’ वाले स्वयं ही अपने मुख्यमंत्री को कुर्सी से उतारना चाहते हैं?

बिक्रम मजीठिया बुद्धिमान हैं उनके बारे में क्या कहना। रही बात मुख्यमंत्री भगवंत मान की तो वह बहुत समझदार और मेहनती हैं, उनकी सोच बहुत ही प्रगतिशील है, हम उन्हें कुर्सी से कैसे उतारेंगे?

क्या पंजाब को ट्रैफिक या ट्रांसपोर्ट के माध्यम से कोई नई तकनीक मिलेगी?

आई.सी.सी.सी. तकनीक जिसमें इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सैंटर है, का अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, जालंधर में निर्माण हो चुका है। इस तकनीक के तहत लुधियाना में 1700 हाई डेफिनेशन कैमरे लगाए जाने हैं, जिनमें से 1400 पहले ही लगाए जा चुके हैं। 2 कंट्रोल सैंटर स्थापित किए गए हैं। एक सैंटर पुलिस व एक नगर निगम के कंट्रोल के तहत आता है। पुलिस रैड लाइट पर हुए एक्सीडैंट के मौके पर गलती की जांच करेगी। 

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Content Writer

Sunita sarangal

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