Ludhiana: औचक निरीक्षण के 2 महीने बाद जारी हुआ नोटिस, सवालों के घेरे में शिक्षा विभाग
punjabkesari.in Tuesday, Aug 05, 2025 - 11:15 PM (IST)

लुधियाना (विक्की): शिक्षा विभाग की समयबद्धता को लेकर उठ रहे सवालों के बीच एक नया मामला सामने आया है, जिसमें गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, लाडोवाल के 16 स्टाफ सदस्यों जिनमें प्रिंसिपल के अलावा 15 अध्यापक शामिल हैं, को करीब 2 महीने पुरानी चेकिंग के आधार पर अब जाकर विभाग की ओर से नोटिस जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि ये नोटिस सेक्रेटरी एजुकेशन की ओर से जारी किए गए हैं।
इस पूरे प्रकरण में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जहां अध्यापकों की देरी महज कुछ मिनटों की रही होगी, वहीं शिक्षा विभाग ने इस पर जवाबतलबी करने में ही करीब 2 महीने का वक्त लगा दिया। अब यह सवाल चर्चा का विषय बन गया है कि क्या विभाग सिर्फ अध्यापकों से ही समय की पाबंदी की उम्मीद करता है, जबकि खुद उसकी कार्यप्रणाली लेट-लतीफ़ बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक, करीब 2 महीने पहले डीईओ एलिमेंट्री रविंदर कौर ने स्कूल में औचक निरीक्षण किया था। जांच में पाया गया कि कुछ स्कूल स्टाफ समय पर नहीं पहुंच रहा था। डीईओ ने तत्काल रिपोर्ट बनाकर डीपीआई के निर्देशानुसार विभाग को भेज दी थी। इसके बावजूद विभाग ने जवाबतलबी के लिए नोटिस भेजने में 2 महीने लगा दिए।
डीपीआई के आदेश पर की थी चेकिंग
इस बारे में बात करने पर डीईओ (सेकेंडरी) डिंपल मदान ने पुष्टि की कि स्कूल के स्टाफ और प्रिंसिपल को नोटिस मिले हैं, और उनसे जवाब देने को कहा गया है। वहीं, उक्त चेकिंग करने वाली अधिकारी डीईओ एलिमेंट्री रविंदर कौर का कहना है कि उन्होंने डीपीआई के निर्देश पर स्कूल में जांच की थी और पाया कि प्रिंसिपल समेत 16 अध्यापक देर से पहुंचे थे। इसकी पूरी रिपोर्ट उन्होंने तुरंत विभाग को भेज दी थी।
डीईओ सेकेंडरी से मिला स्टाफ
अब पूरे मामले में सवाल यह है कि यदि शिक्षक 5 मिनट की देरी के लिए दोषी माने जा सकते हैं, तो विभाग की दो महीने की सुस्ती को कौन जवाबदेह ठहराएगा? वहीं, यह भी चर्चा है कि नोटिस मिलने के बाद स्कूल के स्टाफ ने डीईओ सेकेंडरी से मिलकर अपना पक्ष रखा और कहा कि सिर्फ 5 से 6 अध्यापक ही 5 मिनट की देरी से आए थे। लेकिन डीईओ सेकेंडरी ने सभी को अपना जवाब बनाकर विभाग को भेजने को कहा है।
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