NRI पंजाबियों की भारतीयों से अपील-स्टे होम का करें समर्थन,नहीं तो होगा इटली और चीन जैसा हाल

punjabkesari.in Thursday, Apr 02, 2020 - 09:07 AM (IST)

जालंधरः चीन से शुरू हुए कोरोना वायरस धीरे-धीरे पूरी दुनिया में पैर पसार चुका है। अब तक इस वायरस से  भारत में 46 मौतें हो चुकी है। यूरोप में तो हालात काफी बदतर हैं। पर फिर भी भारत के लोग केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए लॉक डाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे। लॉकडाउन और पंजाब में कर्फ्यू के बावजूद लोग घरों से निकलने से बाज नहीं आ रहे। जो सड़कों पर नहीं जा रहे वे गलियों में झुंड लगाकर गप्पे मारते और खेलते दिख रहे हैं। पहले यूरोप के देशों ने भी इस वायरस को गंभीरता से नहीं लिया था। इसी कारण वहां कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। अगर भारत में हालात ऐसे रहे तो इस वायरस से कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा।  कनाडा, इटली, अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और इंग्लैंड में रह रहे पंजाबियों ने वहां के हालात बयां करते बताया कि वहां निर्देश सख्ती से लागू हैं। इसमें सबसे अहम सोशल डिसटेंस है। उन्होंने अपील की कि पहले यहां भी लोगों ने कोरोना वायरस को गंभीरता से नहीं लिया। इसलिए हालात इतनें खराब हुए हैं।

जब मौतें होने लगी तो और सख्ती हुई। अब घरों से बाहर दिखने पर 2.5 लाख तक जुर्माना और 6 माह तक सजा भी हो रही है। अब लोग घरों में दुबके हुए हैं। जरूरी होने पर भी सरकारी आदेश लेने के बाद ही बाहर निकल सकते हैं। जरूरी सामान लेने की लिमिट फिक्स है। कालाबाजारी करते मिलने पर यहां स्टोर मालिकों पर हजारों में नहीं लाखों रुपए जुर्माने हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि इटली, चीन और ऑस्ट्रेलिया जैसे हालात भारत में बनें। इसलिए सब नूं विनती करदे हां- स्टे होम दा समर्थन अपने ते अपनेआं दे लई करो। एह बचाव ने ते आही एदा इलाज वी।

जापान में लोग खुद हो रहे हैं अवेयर

जापान के टोक्यो में होटल का बिजनेस करने वाले जालंधर के इंद्रजीत सिंह सैनी ने बताया कि कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है। ओलिंपिक टूर्नामेंट कैंसल हो गए हैं। सरकार ने यहां लॉकडाउन तो नहीं किया है लेकिन लोगों को शनिवार और रविवार को घरों से न निकलने के लिए कहा जा रहा है।  होटल-रेस्टोरोंट में भी लोगों की आमद कम हुई है। लोगों खुद अवेयर हो रहे हैं और हाथ सेनेटाइजर से साफ करते हैं। जिनके पास सेनेटाइजर नहीं है उन्हें हम सेनेटाइजर उपलब्ध कराते हैं।  

टोरांटो में एमरजेंसी अलर्ट,विदेश से आने वालों को किया जा रहा है आइसोलेट 

पूरे टोरांटो एरिया में एमरजेंसी अलर्ट है। विदेशों में आने वालों को खुद 14 दिनों के लिए आइसोलेट करने के लिए कहा गया है जिसका उल्लंघन करने पर 6 महीने की जेल या फिर भारी जुर्माना होगा। सरकार ने निर्देश जारी किए हैं कि स्टोर में सामान खरीदने वाले एक फैमिली को एक आटा की थैली, पानी के दो बड़े कंटेनर सहित फैमिली के मुताबिक सामान तय ही दिया जाए। राशन की कालाबाजारी पर भी सजा होती है।  
 
इटली में बाहर घूमने पर जुर्माना

कोरोना वायरस से चीन के बाद इटली सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां जो व्यक्ति बिना काम के सड़कों पर घूमता मिलता है उसे 3000 यूरो (2.5 लाख)तक जुर्माना हो रहा है। बहुत ज्यादा जरूरत पड़ने पर सरकारी ऑफिस से फार्म भरकर ही शहर जाया जा सकता है। इसके अलावा कस्बे और गांव स्तर पर मार्केट खुली है यहां पर सोशल डिस्टेंस बनाकर शापिंग की जा सकती है। मेडिकल सुविधा भी पूरी तरह से मिल रही है। सरकार बीमार व्यक्ति को घरों से एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचा रही है। मेडिकल की दुकानें खुली हैं और ग्रोसरी स्टोर भी ओपन हैं। 

पूरी तरह लॉकडाउन नहीं ऑस्ट्रेलिया,फिर भी सख्ती

मेलबर्न में अशोक नगर के बिलाल सलमानी ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया में भी सख्ती बढ़ रही है। इंटरनेशनल फ्लाइट से ऑस्ट्रेलिया में आने वालों को 14 दिनों तक घर में रहने के निर्देश हैं। उल्लंघन पर 20 हजार डॉलर (9.26 लाख) जुर्माना हो सकता है। अभी पूरा लॉकडाउन नहीं है लेकिन काम काफी प्रभावित हो रहा है। जो फैक्टरी और स्कूल चल रहे हैं वर्करों को सुबह से शाम तक पूरी यहां पर ह्मयूमन टच होता है । उसे सेनेटाइज करने की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा सोशल डिस्टेंस मेंटेन करना अनिवार्य है। इसे न मानने पर सजा और जुर्माना हो सकता है।  
  


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