नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के बहाने हिन्दुओं को डराकर भारत को पाक बनाना चाहता है विपक्ष : रास बिहारी

punjabkesari.in Saturday, Jan 18, 2020 - 10:39 AM (IST)

जालंधर(कमलेश): नागरिकता संशोधन कानून के हक में आवाज बुलंद करते हुए विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केन्द्रीय सह-मंत्री रास बिहारी ने विरोधियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उक्त कानून का विरोध करने के बहाने विपक्षी दल भारत को पाकिस्तान बनाना चाहते हैं। रास बिहारी पिछले 41 वर्षों से संघ के प्रचारक हैं और दिल्ली में उनका हैडक्वार्टर है। 

उन्होंने कहा कि कानून के विरोध की आड़ में हिन्दुओं को डराया जा रहा है और उनको दबाने की कोशिश की जा रही है। केन्द्र सरकार ने कानून बनाने का फैसला देश 
हित में लिया है और सभी को इसका समर्थन करना चाहिए।  उन्होंने कहा कि कानून अभी बना है लेकिन सदियों से यह प्रथा चली आई है कि अगर कोई भी हिन्दू दुनिया के किसी भी कोने में प्रताडि़त होता है तो उसके लिए हिन्दुस्तान के द्वार खुले हैं। उन्होंने कहा कि वह सरकार के फैसले का पूर्ण स्वागत करते हैं लेकिन वह सरकार से अपील करते हैं कि पारसियों और ईसाइयों को शरणार्थी दायरे से बाहर किया जाए। वह नहीं मानते की इन धर्मों की जड़ें हिन्दुस्तान से जुड़ी हैं। 

भारतीयों के हक का राशन खा रहे रोहिंग्या मुसलमान 
रास बिहारी ने कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों को उनके गलत कर्मों के चलते ही म्यांमार से बाहर किया गया था। यह बात किसी से नहीं छिपी है कि रोहिंग्या मुसलमानों ने वहां पर भगवान बुद्ध की मूर्ति को बिना किसी कारणों के जला दिया था जिसके बाद उन्हें बंगलादेश का रास्ता दिखा दिया गया जहां से उनमें कुछ ने भारत का रुख किया। एन.आर.सी. के लागू होने के बाद ही भारत से यह लोग निकाले जाएंगे। ऐसे ही लोग भारत में आकर हमारे हक का राशन खा रहे हैं। भारतीय टैक्स देते हैं और उसी टैक्स से डिपुओं में राशन आता है तथा रोहिंग्या हमारे देश में आकर नकली कागजात बनाकर हमारे हक को छीन रहे हैं पर एन.आर.सी. लागू होने से ऐसे लोगों की शामत आने वाली है।

इस्लामिक आतंकवाद के खात्मे की जरूरत
विहिप नेता ने कहा कि अब समय आ गया जब सभी देशों को मिलकर इस्लामिक आतंकवाद को खत्म करने के लिए एकजुट होने की जरूरत है। यह आतंकवाद केवल हिन्दुस्तान के लिए नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए खतरा है। कई देश इस आतंकवाद का संताप भुगत चुके हैं और आने वाले समय में किसी बड़े नुक्सान से बचने के लिए एकजुट होकर इससे निपटने की जरूरत है।

विश्व में कोई यह सवाल नहीं पूछता कि पाक में साढ़े 22 प्रतिशत हिन्दू कहां गायब हो गए? 
विहिप नेता ने कहा कि मुस्लिम देशों में अगर कोई प्रताडि़त होता है तो वह हिन्दू है। 1946 में कलकत्ता में ‘जिन्ना और सुहराविर्दी’ के नाम पर हिन्दुओं का कत्लेआम शुरू हो गया था और इसी के साथ पाकिस्तान बनाने की चाल बुनी गई थी। आजादी के समय में पाकिस्तान में 23.5 प्रतिशत हिन्दू थे और मौजूदा समय में इनकी गिनती 1.5 प्रतिशत रह गई है, यानी कि 22 प्रतिशत कहां गए इस बारे कोई सवाल नहीं उठाता। ये सारी परिस्थितियां जाहिर करती हैं कि हर हाल में प्रताडि़त हिन्दू ही होता है। अगर मुसलमान प्रताडि़त होता है तो उनके लिए विश्व में कई मुस्लिम देश हैं लेकिन हिन्दुओं के लिए सिर्फ हिन्दुस्तान है, ऐसे में इस नागरिकता संशोधन कानून को कैसे गलत ठहराया जा सकता है। 

पंजाब सरकार का कानून को लागू न करना सोच से बाहर
विहिप नेता ने कहा कि पंजाब सरकार ने पंजाब में इस कानून को लागू करने से मना कर दिया है। पंजाब सरकार का यह फैसला उनकी सोच से बाहर है क्योंकि इस कानून में सिखों को भी शामिल किया गया है और अगर सिख किसी देश में प्रताडि़त होते हैं तो उनको भारत में शरण दी जाएगी। पंजाब सरकार को कानून का अध्ययन करने की जरूरत है। वहीं, अकाली दल द्वारा इस कानून का सपोर्ट न करने के सवाल पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। जब यह पूछा गया कि अन्य धर्म के लोग अगर हिन्दू धर्म को स्वीकार कर लें तो हालात कैसे होंगे, इस पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केवल दिखावे के लिए हिन्दू बनने से कुछ नहीं होगा। असल हिन्दू ही अपने कत्र्तव्यों को समझता है और वह दो टूक शब्दों में कहना चाहते हैं कि हिन्दू से ही विश्व कल्याण संभव है।


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