कोरोना के मरीजों का गोदाम बनता जा रहा पाक के कब्जे वाला कश्मीर

punjabkesari.in Thursday, Apr 02, 2020 - 12:51 PM (IST)

गुरदासपुर(विनोद): जिस कोरोना वायरस से पूरा विश्व संगठित होकर बिना किसी भेदभाव से लड़ रहा है, उसी को लेकर पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर इस समय कोरोना वायरस के मरीज का गोदाम बनता जा रहा है। वहीं कश्मीर सहित पूरे पाकिस्तान में हिंदू तथा क्रिश्चियन समुदाय के लोगों के साथ जिस तरह से सरकारी सहायता वितरण व चिकित्सा सुविधाओं को लेकर भेदभाव हो रहा है, उससे लगता है कि पाकिस्तान में किसी भी समय यह दोनों समुदाय विद्रोह पर उतर सकते हैं।

PunjabKesari
वैसे तो पाकिस्तान में समय-समय पर हिंदू व क्रिश्चियन समुदाय के लोगों सहित सिख समुदाय के लोगों के साथ भेदभाव की घटनाएं तथा लड़कियों के अपहरण की घटनाएं आम सुनने को मिलती रहती हैं। इस संबंधी शोर मचने के बावजूद इन तीनों समुदाय के लोगों के साथ भेदभाव जारी रहता है। परंतु अब जब पूरा विश्व कोरोना वायरस विरुद्ध संगठित होकर लड़ रहा है तथा लोगों का कारोबार पाकिस्तान में पूरी तरह से ठप्प पड़ा है, उस हालात में पाकिस्तान में सरकार तथा सामाजिक व धार्मिक संगठनों द्वारा बांटी जा रही राहत सामग्री जिसमें राशन व चिकित्सा सुविधाएं शामिल हैं संबंधी हिंदू व क्रिश्चियन समुदाय के साथ भेदभाव के चलते इन लोगों को राहत सामग्री देने से इंकार किया जा रहा है।

राहत सामग्री व राशन बांटने पर हिंदू व क्रिश्चियन समुदाय से हो रहा भेदभाव
इस संबंधी पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर के कस्बा अयूबकोट निवासी हरि राम अनुसार उनका बेटा पवन ठेला चलाकर पूरे परिवार का पालन-पोषण करता है। परंतु 10 दिन से वह कोरोना वायरस के चलते काम न मिलने के कारण घर बैठा है। जहां पर राहत के रूप में लोगों को राशन मिल रहा है, वहां हम जाते हैं तो हमें नाम-पता नोट करवाकर वापस यह कहकर घर भेज दिया जाता है कि हिंदूओं को घरों में राहत के रूप में मदद पहुंचाई जाएगी। परंतु आज 10 दिन बीत जाने के बावजूद हमें कोई राहत नहीं दी जा रही है। अब हालात भूखे मरने वाले हो गए हैं।

पाक में तेजी से बढ़ रही मरीजों की संख्या
कश्मीर में रहने वाले हिंदू तथा मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आरोप लगााय कि पाकिस्तान में बहुत तेजी से कोरोना वायरस फैल रहा है तथा संक्रमित मरीजों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। पाकिस्तान में लगभग 2100 व्यक्ति कोरोना वायरस से सक्रंमित हो चुके हैं और 27 लोगों की मौत हो चुकी है। परंतु हैरानी की बात यह है कि एक तो कोरोना वायरस मरीजों को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चल रहे अस्पतालों में शिफ्ट किया जा रहा है तथा लगभग सभी अस्पताल इस समय इन मरीजों से भरे पड़े हैं। जो यह स्पष्ट करता है कि पाकिस्तान सरकार अपने कब्जे वाले कश्मीर में लोगों से भेदभाव की नीति अपना रही है। वहीं जितने भी लोग पाकिस्तान में कोरोना वायरस से मरे हैं, उनमें से अधिकतर को दफनाने की बजाय जलाया गया है तथा 20 से अधिक शवों को पाकिस्तान कब्जे वाले कश्मीर में लाकर जलाया गया है। यही कारण है कि बीते 4-5 दिन में कश्मीर में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 185 तक पंहुच गई है। इन लोगों के अनुसार यदि पाकिस्तान सरकार का भेदभाव जारी रहा तो निश्चित रूप में कश्मीर कब्रिस्तान बन जाएगा। जो सरकार अपने कब्जे वाले कश्मीर के लोगों की सुध नहीं ले रही है, वह भारतीय कब्जे वाले कश्मीर के लोगों का भला कैसे सोच सकती है।

हिंदू संगठनों ने पाक के प्रधानमंत्री से लगाई भेदभाव समाप्त करने की गुहार
सीमापार सूत्रों अनुसार पाकिस्तान में सरकार तथा अन्य संगठनों ने गरीब व जरूरतमंद लोगों को कोरोना वायरस के चलते कारोबार ठप्प होने के कारण राहत सामग्री बांटने का कार्य शुरू कर रखा है। ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार ने राहत सामग्री जिसमें आटा, चावल, दाल सहित अन्य जरूरी घरेलू समान शामिल हैं भेजना शुरू किया है ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े। परंतु पाकिस्तान में बांटी जा रही राहत सामग्री में जिस तरह से हिंदू व क्रिश्चियन समुदाय के लोगों के साथ भेदभाव कर उन्हें यह कहा जा रहा है कि यह सामग्री आप लोगों के लिए नहीं है तथा न ही आप लोगों को दी जाएगी। इससे हिंदू व क्रिश्चियन समुदाय के लोगों में भारी रोष पाया जा रहा है। सिख समुदाय के लोगों को केवल कराची के पास कुछ गांवों के सामग्री देने से इंकार किया गया है। पाकिस्तान के राज्य पंजाब में हिंदू व क्रिश्चियन समुदाय के लोगों को कोई राहत नहीं बांटी जा रही है। हिन्दु संगठनों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से इस भेदभाव को समाप्त करने की गुहार लगाई है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vatika

Recommended News

Related News