बढ़ने लगी सख्ती: पंजाब की बसों के मुसाफिरों को दिखानी होगी कोरोना Negative रिपोर्ट

punjabkesari.in Wednesday, Apr 07, 2021 - 01:57 PM (IST)

जालंधर (पुनीत): बढ़े रहे कोरोना के प्रकोप को देखते हुए दूसरे राज्यों ने सख्ती बढ़ानी शुरू की दी है, इस क्रम में जल्द ही एक नया नियम लागू किया जा रहा है जिसके चलते दिल्ली, राजस्थान में जाने वाली पंजाब की बसों के यात्रियों को कोरोना की नैगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। बसों में यात्री भले ही किसी भी राज्य का बैठा हो, यह नियम सभी पर लागू होंगे। विश्वनीय सूत्रों ने बताया कि इसकी शुरूआत दिल्ली व राजस्थान द्वारा की जा रही है, लेकिन अधिकारिक तौर पर फिलहाल कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।
यह नियम अन्य वाहनों से जाने वाले लोगों पर लागू किया जाएगा लेकिन फिलहाल जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक बसों के जरिए जाने वाले लोगों की कोरोना रिपोर्ट बस अड्डे पर ही देखी जाएगी। पंजाब से जाने वाली बसों को रास्ते में रूकने पर पाबंदी रहेगी।

पिछली बार जब कोरोना अपने चरम पर था तो कई राज्यों द्वारा बसों को रास्ते में रोकने पर रोक लगा दी थी, इसका उल्लंघन करने वाली बसों के चालान किए जा रहे थे। कोरोना की सख्ती को लेकर जो नियम लागू किया जाएगा उसमें कोरोना की वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को राहत दी जा रही है। इस क्रम में जिस व्यक्ति ने कोरोना की वैक्सीन लगवाई है उसे बस अड्डों में अपनी वैक्सीन लगवाने का सर्टीफिकेट व आई-डी. प्रूफ दिखाना होगा। यह नियम बसों के चालकों पर भी लागू होगा। सूत्र बताते है कि जो ड्राइवर रूटीन में दिल्ली अथवा अन्य राज्यों में आते-जाते होंगे, उन्हें किसी तरह का कार्ड इत्यादि भी दिया जा सकता है, ताकि हर बार उसकी रिपोर्ट चैक न करनी पड़े।

जिन राज्यों द्वारा यह निमय लागू किया जाएगा वह कितने दिन पुरानी कोरोना की नैगेटिव रिपोर्ट मानेगें इसपर भी संशय है। पंजाब रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में दिल्ली अथवा अन्य किसी राज्य की सरकार द्वारा कोई लिखित आदेश जारी नहीं किए गए। जैसे ही आदेश प्राप्त होगें उन्हें सख्ती से लागू करवा दिया जाएगा। जहां एक तरफ दूसरे राज्यों द्वारा कोरोना के प्रति गंभीरता दिखाई जा रही हैै, वहीं पंजाब में बस अड्डों व बसों में कोरोना के नियमों के प्रति गंभीर दिखाई नहीं देता। पिछले समय के दौरान देखने में आ रहा है कि अधिकारियों द्वारा ध्यान न देने के चलते लोग बिना मास्क व सोशल डिस्टैंस के नियमों को नहीं मान रहे जोकि घातक साबित हो सकता है।

नियमों की पालना हेतू जिम्मेदारी फिक्स करे सरकार
जानकार कहते है कि सरकार को चाहिए कि वह कोरोना संबंधी जारी की गई गाइडलाइन को लागू करवाने की जिम्मेदारी को फिक्स करे। यदि रोडवेज के अधिकारियों द्वारा इस जिम्मेदारी को ढंग से नहीं निभाया जा रहा तो किसी दूसरे विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को यह जिम्मेदारी सौंप दी जाए। कोरोना सबसे ज्यादा तेजी से पब्लिक प्लेस में फैलता है और मास्क ही इससे बचने का आसान रस्ता है, लेकिन बस अड्डे में यात्रियों के चहरों से मास्क गायब है जोकि गंभीरता का विषय है। वहीं, यह भी देखने में आ रहा है कि बस अड्डे में दुकानदार बिना मास्क के सामान इत्यादि बेचते हैं और सामान भी बिना ढके हुए देखा जा सकता है जिसके प्रति ध्यान देने की आवश्यकता है।

जे.एंड के. में अभी तक नहीं दूसरे राज्यों की बसों को प्रवेश
पिछली बार कोरोना के समय में जम्मू एंड कश्मीर (जे.एंड के.) द्वारा पंजाब की बसों को अपने राज्य में प्रवेश देने पर पांबदी लगाई गई थी, यह पाबंदी अभी भी लागू है और पंजाब सहित दूसरे राज्यों की बसें जम्मू-कश्मीर में नहीं चल सकती हैं। अधिकारी बताते है कि इस संबंध में पंजाब द्वारा जम्मू-कश्मीर की बसों को पंजाब में प्रवेश देने हेतू इजाजत दी जा चुकी है लेकिन वहां की सरकार द्वारा यह परमिशन नहीं दी जा रही। इसके चलते वहां आने-जाने वाले लोगों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है।


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Content Writer

Tania pathak

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