Punjab: Driving Licence बनवाने वालों के नई परेशानी, 27 रुपए जमा नहीं कराते तो...
punjabkesari.in Friday, Nov 14, 2025 - 05:17 PM (IST)
जालंधर(चोपड़ा) : पंजाब स्टेट ट्रांसपोर्ट विभाग की ड्राइविंग लाइसैंस सेवाओं में अचानक शुल्क वृद्धि के कारण वीरवार को सैकड़ों आवेदकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। विभाग द्वारा ड्राइविंग लाइसैंस, डुप्लीकेट लाइसैंस, रिन्यूअल और पर्मानैंट लाइसैंस से जुड़ी सेवाओं में स्पीड पोस्ट शुल्क 35 से बढ़ाकर 62 रुपए कर दिया गया है। इस वृद्धि के चलते जिन आवेदकों ने पहले पुरानी दरों पर ऑनलाइन फीस जमा कराई थी, उनकी आवेदन फाइल सिस्टम में “लॉक” होने से क्लीयर नहीं हो पाई। यानी जब तक वे अतिरिक्त 27 रुपए जमा नहीं कराते, उनका आवेदन आगे नहीं बढ़ेगा। नतीजा, आज सुबह से ही ऑटोमेटिड़ ड्राइविंग टैस्ट सैंटर, बस स्टैंड में आवेदकों की लंबी कतारें और भारी अफरा-तफरी देखने को मिली।
जानकारी के अनुसार, सुबह जब आवेदक अपना ड्राइविंग टैस्ट देने पहुंचे तो काउंटर पर बैठे कर्मचारियों ने बताया कि सिस्टम उनकी फाइलें “ओपन” नहीं कर पा रहा क्योंकि ऑनलाइन पोर्टल फीस कम दिखा रहा है। स्टाफ ने बताया कि यह दिक्कत मुख्य कार्यालय से जारी नए आदेशों के कारण हुई है, जो कल शाम को प्राप्त हुए और आज से प्रभावी कर दिए गए। जैसे ही अधिकारी फाइल खोलने की कोशिश करते हैं, सिस्टम एक एरर मैसेज दिखाता है कि “अतिरिक्त शुल्क लंबित है, कृपया भुगतान पूरा करें।” इस तकनीकी गड़बड़ी ने न केवल सिस्टम को ठप किया, बल्कि आवेदकों का पूरा दिन खराब कर दिया। कई लोग सुबह से शाम तक ऐसे दलालों को ढंढ़ते रहे जिनके माध्यम से उन्होंने फाइल बनाकर अप्वाइंटमैंट साइबर ले रखी थी, अथवा कैफे, सेवा केंद्र के चक्कर लगाते रहे ताकि अतिरिक्त फीस जमा कर सकें और उनकी फाइल पुनः सक्रिय हो सके। उल्लेखनीय है कि किसी भी आवेदक का ड्राइविंग लाइसैंस बनवाने की ऑनलाइन प्रक्रिया जिला स्तर पर पूरी हो जाने के बाद इसका प्रिंट चंडीगढ़ से जारी होता है, जो कि स्पीड पोस्ट के माध्यम से आवेदक के एड्रेस पर भेजा जाता है, जिसके खर्च में ट्रांसपोर्ट विभाग ने बदलाव किया गया है।
परेशान आवेदक बोले- “बिना नोटिस फीस बढ़ाना नाइंसाफी”
कई आवेदकों ने विभाग पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि यदि शुल्क बढ़ाना ही था, तो कम से कम पहले से अप्लाइंटमैंट ले चुके लोगों को छूट या नई तारीख की सूचना दी जानी चाहिए थी। किशनपुरा के एक आवेदक रवि कुमार ने बताया कि उन्होंने आठ दिन पहले ऑनलाइन फीस भरकर आज की डेट के लिए अप्लाइंटमैंट लिया था। लेकिन अब कहा जा रहा है कि फीस कम है। हमसे कहा जा रहा है कि पहले 27 रुपए ऑनलाइन दो, वरना फाइल आगे नहीं जाएगी। एक अन्य आवेदक सीमा शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे का लाइसैंस रिन्यू कराने के लिए अप्वाइंटमैंट ली थी, लेकिन अब सिस्टम ने फाइल लॉक कर दी । सेवा केंद्र से लेकर टैस्ट सैंटर तक सब यही कह रहे हैं कि नए ऑर्डर आ गए हैं, अब क्या करें?
साइबर कैफे और दलालों की चांदी
जैसे ही यह दिक्कत फैली, कई लोग दलालों या साइबर कैफे ऑपरेटरों की तलाश में निकल पड़े। कुछ ने बताया कि वे पहले भी इन्हीं माध्यमों से अपनी फाइलें बनवाते थे, इसलिए अब उन्हें वही अतिरिक्त फीस जमा करवाने के लिए मार्गदर्शन दे रहे हैं। कई दलालों और साइबर कैफे मालिकों ने मौके का फायदा उठाते हुए “एक्स्ट्रा फीस अपडेट” के नाम पर अतिरिक्त चार्ज वसूलना शुरू कर दिया। इससे पहले ही परेशान आवेदकों की मुश्किलें और बढ़ गईं।
विभागीय कर्मचारी बोले-आदेश ऊपर से आए, हमारे हाथ बंधे हैं
ड्राइविंग टैस्ट सैंटर के कर्मचारियों ने बताया कि यह निर्णय विभाग के मुख्यालय स्तर पर लिया गया है और इसके संबंध में उन्हें गत शाम को ही आदेश मिला। हमारे पास अब कोई विकल्प नहीं है। एक कर्मचारी ने बताया कि जैसे ही किसी का अप्वाइंटमैंट संबंधी सिस्टम ओपन किया, पुरानी फीस वाली फाइल ऑटोमेटिकली रिजैक्ट हो गईं। उन्होंने कहा कि यह तकनीकी परिवर्तन सर्वर साइड से किया गया है, इसलिए जब तक आवेदक 27 रुपए अतिरिक्त नहीं भरेंगे, उनकी फाइलें आगे नहीं बढ़ेंगी।
पुरानी अप्लाइंटमैंट वालों को राहत मिले : एडवोकेट अनूप गौतम
एडवोकेट अनूप गौतम ने ट्रांसपोर्ट विभाग से मांग की कि पहले से बुक की अप्वाइंटमैंट वाले आवेदकों के लिए अस्थायी राहत का आदेश जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया को “फेसलेस और डिजिटल” बनाने का दावा करने वाला ट्रांसपोर्ट विभाग एक छोटे से शुल्क बदलाव पर जनता को तकनीकी झटके का सामना करा रहा है। एडवोकेट अनूप गौतम ने कहा कि विभाग को किसी भी शुल्क परिवर्तन से पहले स्पष्ट नोटिफिकेशन और ग्रेस पीरियड देना चाहिए ताकि जनता को असुविधा न हो।

