ऑर्गन डोनेशन में बेहतर काम करने पर PGI को लगातार चौथे साल बैस्ट हॉस्पिटल का अवार्ड

punjabkesari.in Saturday, Nov 28, 2020 - 09:43 AM (IST)

चंडीगढ़(पाल): पी.जी.आई. को एक बार फिर कैडेवर ऑर्गन डोनेशन के लिए नैशनल अवार्ड इन द बैस्ट हॉस्पिटल का अवार्ड मिला है। पी.जी.आई. पिछले कुछ साल से ब्रेन डैड मरीजों के ऑर्गन जरूरतमंदों को ट्रांसप्लांट करने में बेहतर काम कर रहा है। यह लगातार चौथा मौका है, जब पी.जी.आई. को बैस्ट हॉस्पिटल का यह सम्मान मिला है। 

शुक्रवार को एक ऑनलाइन इवैंट में यह अवार्ड दिया गया। पी.जी.आई. इन दिनों 11वां इंडियन ऑर्गन डोनेशन डे सैलीब्रेट कर रहा है। हैल्थ मिनिस्टर डॉ. हर्षवर्धन इस मौके पर चीफ गैस्ट होंगे। मिनिस्टर ऑफ स्टेट मिनिस्ट्री अश्विनी कुमार चौबे इस ऑनलाइन सैशन में मौजूद थे। यह पी.जी.आई. के लिए एक बड़ी अचीवमैंट है। सीनियर रीजनल डायरैक्टर डा. अमरजीत कौर ने यह अवार्ड डायरैक्टर जगतराम को दिया।

डॉ. बंसल को मिला बैस्ट को-ऑर्डिनेटर का अवार्ड
ऑर्गन डोनेशन का एक बहुत लंबा प्रोसैस रहता है, जिसमें ट्रांसप्लांट कोआर्डिनेटर का एक अहम रोल रहता है जो परिवार को इसके प्रति अवेयर करता है। पी.जी.आई. को जहां बैस्ट हॉस्पिटल का अवार्ड मिला वहीं डॉ. नवदीप बंसल को बैस्ट ट्रांसप्लांट को-आर्डिनेटर का अवार्ड मिला है।  

डोनर फैमिली भी रही मौजूद
पी.जी.आई. में घरवालों के ब्रेन डैड होने के बाद उनके ऑर्गन डोनेशन करने वाले कई मरीजों के फैमिली मैंबर धर्म पाल, प्रताप सिंह, अमरजीत सिंह मौजूद रहे, जिनकी एक हां की बदौलत कई लोगों को एक नई जिंदगी मिल पाई है। तीनों परिवारों की वजह से 9 लोगों की किडनी, लिवर, पेन्क्रियास और कॉर्निया ट्रांसप्लांट किया गया है। इस मौके अमरजीत ने कहा कि बेशक उनका भाई आज इस दुनिया में नहीं है लेकिन अब उनके भाई के ऑर्गन 5 लोगों में लगे हैं जिनके जरिए उन्हें आज भी लगता है वह इस दुनिया में है। 

कैरों ब्लॉक में इस ऑनलाइन इवैंट में डायरैक्टर, डिप्टी डायरैक्टर कुमार गौरव धवन, एफ.ए. कुमार अभय, डीन एकैडमिक डॉ. जी.डी. पुरी, मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डॉ. ए.के. गुप्ता, रीनल ट्रांसप्लांट हैड डॉ. आशीष शर्मा, नेफ्रोलॉजी से डॉ. एच.एस. कोहली, एडीशनल मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डॉ. विपिन कौशल, एडिशनल मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डॉ. अशोक कुमार, एनेस्थीसिया डिपार्टमैंट  से डॉ. काजल जैन मौजूद रहे।

एक दिन की मेहनत नहीं हैं
मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डॉ. ए.के. गुप्ता ने कहा कि पी.जी.आई. में ऑर्गन डोनेशन कई साल से चल रहा है। कुछ साल से इसमें बहुत ग्रोथ हुआ है। लोगों में अब ज्यादा अवेयरनैस आ रही है। प्रोमोशन, डोनेशन और ट्रांसप्लांट का यह एक प्रोसैस है, जिसे लेकर टीम काम कर रही है। रोटो के नोडल ऑफिसर डॉ. विपिन कौशल के साथ हमारी कोशिश रहेगी कि आने वाले वक्त में इसे लेकर और काम किया जाए।

यह अवार्ड हर डोनर का
पी.जी.आई. के डायरैक्टर डॉ. जगतराम ने कहा कि 4 साल से लगातार हमें यह अवार्ड मिल रहा है। इसे देखकर लगता है कि हम एक सही दिशा में काम कर रहे हैं। बैस्ट सर्जन्स, हैल्थ केयर वर्कर्स समेत यह एक टीम का योगदान है। यह अवार्ड सिर्फ पी.जी.आई. का नहीं है, बल्कि हर उस डोनर की फैमिली का है, जिनकी रजामंदी के बाद उनके परिवार के मैंबर के ऑर्गन ब्रेन डैड होने के बाद मरीजों में ट्रांसप्लांट किए जाते हैं। उनके बिना यह प्रोग्राम सफल नहीं हो सकता।


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Sunita sarangal

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