छुट्टियों में Shimla घूमने का Plan है तो जरा सोच कर! क्योंकि 15 दिन...

punjabkesari.in Tuesday, May 27, 2025 - 06:04 PM (IST)

चंडीगढ़ (अधीर रोहाल): जून के महीने में ट्रेन से शिमला घूमने का प्लान बना रहे हैं तो उसे कैंसिल करना पड़ सकता है, क्योंकि जून के महीने में कालका-शिमला ट्रैक पर 15 दिनों के लिए ट्रेनों की आवाजाही बंद होने जा रही है। उत्तर रेलवे का अम्बाला डिवीजन जून के पहले हफ्ते के बाद कभी इस ट्रैक को बंद करेगा। इस ट्रैक को मुरम्मत कार्य के लिए बंद किया जा रहा है। अगस्त, 2023 में शिमला के नजदीक भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइडिंग में रेल ट्रैक को भारी नुकसान में पुल बह गया था। रिपेअर के बाद पुल पर गाड़ियों की आवाजाही शुरू की गई थी, लेकिन अब उस जगह बने ब्रिज को पूरी तरह रिपेअर के बाद ठीक किया जाएगा। इस काम को बरसात से पहले पूरा करने की जरूरत की वजह से ये काम जून के महीने में करवाया जा रहा है। 

भारी लैंडस्लाइडिंग में बह गया था पुल 

11 अगस्त, 2023 को शिमला से 5 किलोमीटर पहले समरहिल के नजदीक ऊपर पहाड़ी से भारी लैंडस्लाइडिंग में 21 लोगों की मौत हो गई थी। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्ट्डीज के एतिहासिक ईमारत का पिछले हिस्सा धंसने से ये तबाही हुई थी। पहाड़ी से भारी मात्रा में आए मलवे में एच.पी. यूनिवर्सिटी जाने वाली सड़क और कालका-शिमला ट्रैक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए थे। इस जगह ब्रिज टूट गया और ट्रैक हवा में लटक गया था। कई महीने ये ट्रैक बंद रहने के बाद इस जगह पर नया अस्थाई ब्रिज बनाकर रेल यातायात शुरू किया था। लेकिन अब इस जगह पर ब्रिज के बचे हुए काम को 15 दिनों में पूरा किया जाएगा। 

अस्थाई पुल को पुराने डिजाइन में ही बनाने की यूनेस्को ने दी थी सलाह

यूनेस्को की टीम ने भी इस नए बनाए अस्थाई पुल को पुराने डिजाइन में ही बनाने की सलाह दी थी। असल में इस ट्रैक पर बाऐ सभी ब्रिज रोमन आर्किटेक्ट की मल्टी आर्कड गैलरी कंस्ट्रक्शन डिजाइन शैली में तैयार हुए हैं। हर ब्रिज कई स्टेज पर बना है और ब्रिज के हर लेवल का अपना अलग ढांचा है जो एक साथ तैयारी नहीं हुआ। इसलिए ही इस जगह पर बने नए पुल को संभवतः पुराने डिजाइन में ही तैयार किया जाएगा। ये पुल ज्यादा बड़ा नहीं है लेकिन इस ट्रैक के हैरिटेज स्टेटस को देखते हुए पुलों, ट्रैक और रिटेनिंग वॉल को हैरिटेज डिजाइन के मुताबिक बनाना जरूरी है। 

जुलाई, 2008 में दिया था हैरीटेज स्टेटस का दर्जा 

1903 में शुरू हुई कालका शिमला रेललाइन ट्रेक के 100 बरस पूरे होने पर 2003 में तत्कालीन रेल मंत्री नीतिश कुमार के कार्यकाल में इस ट्रैक के लिए यूनेस्को से हैरिटेज स्टेटस मांगा गया। जुलाई, 2008 में इस ट्रैक को यूनेस्को ने हैरिटेज स्टेटस का दर्जा दिया। 123 साल पुराने इस ट्रैक पर खराब मौसम में कई बार नुकसान पहुंचा है लेकिन रेलवे ने हर बार उस नुकसान को हैरिटेज स्टेटस के मुताबिक ही रिपेअर करके ठीक किया है। 2023 के हादसे में समरहिल के पास हैमेज हुए ट्रैक को बहाल करने के लिए पुल बनाया गया। इसके बाद यूनेस्को की टीम ने इस ट्रैक का दौरा किया।

ट्रैक पर चल रही हैं 6 गाड़ियां 

कालका-शिमला ट्रैक पर इस समय 6 रूटीन टॉय ट्रेन के अलावा साउंडपूफ पैनारोमिक विस्टाडोम ट्रेन और रेल मोटर कार भी चल रही है। 96 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर अब 18 स्टेशन, 102 सुरंगें, 988 छोटे-बड़े ब्रिज हैं। हालांकि अब ट्रैक पर ज्यादा + पैसेंजर न होने सेकुछ स्टेशनों को बंद भी कर दिया गया है। कुछ स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकती ताकि कालका और शिमला के बीच यात्रा के लिए लगने वाले ज्यादा वक्त को कम किया जाए। सनवारा, कोटी, गुम्मन, टक साल जैसे कुछ स्टेशनों पर अब ट्रेन नहीं रुकती है। 

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News Editor

Kalash

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