कांग्रेस में मचा हड़कंप, पंजाब प्रभारी हरीश रावत के Action का ‘सियासी रिएक्शन’

punjabkesari.in Tuesday, Aug 10, 2021 - 08:43 PM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी कुमार): पंजाब कांग्रेस के घमासान पर सुलह का फार्मूला बताने वाले पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत शाम होते-होते कहने लगे कि अभी मंथन जारी है। यह मंथन अभी कितने दिन चलेगा, इसका फिलहाल किसी के पास कोई जवाब नहीं है। मतलब यह है कि जहां से चले थे, वहीं आकर दोबारा खड़े हो गए। पंजाब कांग्रेस पर सस्पैंस बरकरार है।

हालांकि हरीश रावत के इस एक्शन ने सियासी रिएक्शन जरूर दे दिया है। माना जा रहा है कि हरीश रावत ने जानबूझकर सिद्धू को अध्यक्ष बनाने की बात कही, ताकि इसके पंजाब कांग्रेस पर पडऩे वाले प्रभाव का सही आकलन किया जा सके। यह पता चल सके कि पंजाब में खेमेबंदी की असल स्थिति क्या है।इसका ट्रेलर दिखाई भी दिया। देर शाम मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा के घर पर पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पहुंचे। इसके अलावा, चरणजीत सिंह चन्नी, तृप्त राजिंद्र सिंह बाजवा, सुखङ्क्षबद्र सिंह सरकारिया सहित विधायक कुलबीर जीरा, सुखजीत लोहगढ़, कुशलदीप सिंह ढिल्लों के अलावा परगट सिंह, कुलजीत नागरा सहित कई नेता पहुंचे। बताया गया कि बदली हवा के साथ इन नेताओं ने अगली रणनीति तैयार करने पर चर्चा की और नवजोत सिंह सिद्धू को ढेरों शुभकामनाएं दीं।

कैप्टन के सिसवां फार्म हाऊस पर भी हुई चर्चा 
उधर, मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह के स्तर पर भी खेमेबंदी का आगाज हो गया। मंत्री गुरमीत सिंह सोढी, सुंदर श्याम अरोड़ा, विधायक फतेह जंग बाजवा ने मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह से मुलाकात की। सिसवां फार्म हाऊस पर करीब 25 विधायक, मंत्री व नेता इकट्ठा हुए। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने इस मुलाकात के दौरान नेताओं के साथ भावी रणनीति पर गहन चर्चा की। इस बैठक में आगामी कुछ दिनों में होने वाले मंत्रिमंडल के फेरबदल पर भी विस्तारपूर्वक मंथन किया गया। मुख्यमंत्री ने बैठक में तमाम नेताओं के साथ इस बात पर सहमति बनाई कि सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाने का फैसला स्वीकार्य नहीं किया जाएगा। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री शुक्रवार को भी मंत्रियों, सांसदों, विधायकों व नेताओं के साथ बैठक करेंगे, ताकि कांग्रेस हाईकमान के स्तर पर सही तस्वीर रखी जा सके।

ऐसा इसलिए भी है कि प्रियंका गांधी लगाकर सिद्धू को कोई अहम जिम्मेदारी देने पर अड़ी हुई हैं। पिछले दिनों जब सिद्धू अचानक राहुल गांधी से मुलाकात की चर्चाओं के साथ दिल्ली रवाना हुए तो राहुल गांधी ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि उनकी सिद्धू से कोई मुलाकात फिक्स नहीं है। तब प्रियंका गांधी ने ही मोर्चा संभालते हुए सिद्धू के साथ न केवल तस्वीर ङ्क्षखचाई बल्कि राहुल गांधी के साथ मुलाकात का रास्ता तैयार किया। पंजाब कांग्रेस को लेकर सहमति बनाने की हाल ही में जो बैठकें हुईं, उनमें भी प्रियंका गांधी ने सिद्धू की खूब वकालत की। हालांकि कांग्रेस हाईकमान ने पत्ते नहीं खोले। माना जा रहा है कि अब पंजाब कांग्रेस के स्तर पर रिएक्शन आने के बाद हाईकमान जल्द ही पंजाब कांग्रेस पर कोई निर्णायक फैसला ले सकती है।


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Vatika

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