Punjab : गैंगस्टर जग्गू भगवानपूरिया के लैफ्टहैंड के जिम पर एनसीबी की Raid
punjabkesari.in Friday, Feb 09, 2024 - 10:45 PM (IST)

लुधियाना (गौतम, सेठी) : पाकिस्तान, अफानिस्तान व लुधियाना में ड्रग फैक्ट्री चलाने वाले ड्रग सिंडीकेट के किंगपिन अक्षय छाबड़ा की सिंडीकेट के प्रमुख रहे गुरमेल सिंह उर्फ गैरी के जिम पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को रेड की। रेड के दौरान टीम ने उसके जिम से 37 लाख रुपए का सामान जब्त किया है। अभी तक ब्यूरो की तरफ से इस मामले में 52 करोड़ रुपए की सम्पत्ति को सीज किया जा चुका है और आगे भी तस्करों की प्रोपॅटी सीज करने की कार्रवाई की जा रही है। बताया जा रहा है कि उक्त आरोपी कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया का लैफ्टहैंड था और उसके साथ कई प्रमुख वारदातों में भी शामिल था। जोकि नशा तस्करी के अलावा अवैध हथियारों की सप्लाई करने का धंधा भी करता था। आरोपी ने अपनी फेसबुक पर हथियारों के साथ फोटो अपलोड करने के अलावा अन्य पोस्टें भी अपलोड की गई थी। आरोपी छाबड़ा के ड्रग सिंडीकेट में रहते हुए प्रमुख भूमिका निभाता था और नशा तस्करी में उसकी सहायता करता था। ब्यूरो ने उक्त आरोपी गैरी को काबू किया था, जो कि लुधियाना के मुंडिया कलां के गुरु तेग बहादुर नगर के 33 फुट्टा रोड पर मी एंड मी नाम से जिम चलाता था और इसी की आड़ में नशा तस्करी का धंधा करता था। जांच दोरान आरोपी से की गई पूछताछ के बाद ब्यूरो को पता चला था कि उक्त जिम का सारा सामान उसने हेरोइन तस्करी से मिलने वाली ड्रग मनी से खरीदा था। जिसे विभाग ने कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद जब्त कर लिया। उक्त आरोपी के खिलाफ दिल्ली पुलिस की तरफ से दोहरे हत्याकांड में भी मामला दर्ज किया गया था।
पहले मनी कालरा की कोठी से जब्त किया था 36 लाख रुपए का सामान
गौर है कि ब्यूरो की टीम ने इस मामले में सबसे पहले अक्षय छाबड़ा के ड्राइवर संदीप सिंह उर्फ दीपू को 20 किलो 326 ग्राम हेरोइन समेत काबू किया था अैर इस मामले की जांच के दौरान टीम ने कुख्यात तस्करी अक्ष्य छाबड़ा, उसके साथी मनी कालरा, उक्त आरोपी के अलावा दो अफगानिस्तान के नागरिक, नाईजीरियन समेत 20 लोगों को काबू किया था। जब कि मनी कालरा के भाई व उसके पिता सुरेंदर कालरा को पहले ही भगौड़ा करार देते हुए उनकी संपत्ति भी जब्त किया गया था। कार्रवाई करते हुए टीम ने कुल 39 किलो 936 ग्राम हेरोइन , 557 ग्राम अफीम, 23 किलो 645 ग्राम सदिंग्ध कैफाइन पाऊडर, एचसीएल की 4 बोतलें, अवैध पिस्टल, 31 जिंदा कारतूस, 1 मैगजीन के अलावा ड्रग मनी बरामद की थी । टीम की तरफ से लुधियाना में अक्ष्य छाबडा की तरफ से चलाई जा रही दो अवैध ड्रग फैक्ट्रियों को भी सील किया था। मनी कालरा अपने पिता व भाई के साथ नशा तस्करों की ड्रग मनी को विदेशों में बैठे तसकरों तक हवाला के जरिए पहुंचाता था और दुबई से अपनी फर्जी कंपनियों के जरिए काम करता था। उक्त आरोपियों की तरफ से ड्रग मनी से कई नाइट कल्बो , प्रोपटी व अन्य कारोबार में भी पैसा निवेश किया गया था और फर्जी कंपनियों की सहायता से ब्लैक मनी को व्हाइट में बदलते थे ।