Punjab : तीन-तीन महीने बाद वेतन! इन कर्मचारियों ने कर दी हड़ताल
punjabkesari.in Tuesday, Sep 30, 2025 - 06:06 PM (IST)

जलालाबाद (सुमित, टीनू ) : सफाई सेवक यूनियन पंजाब के आह्वान पर नगर कौंसिल जलालाबाद के सफाई कर्मचारियों द्वारा अपनी मांगों को लेकर शुरू किया गया संघर्ष आज दूसरे दिन भी जारी रहा। कच्चे मुलाजिम, ड्राइवर, सीवरमैन और नियमित सफाई कर्मचारी पूरी तरह से काम छोड़कर हड़ताल पर रहे। हड़ताल के चलते नगर कौंसिल के अधीन आने वाले क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो गई और कई गलियों-मोहल्लों में गंदगी के ढेर लगने शुरू हो गए हैं। लोगों को भी गंदगी के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यूनियन नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पंजाब सरकार ने अपने “काले कानून” वापस नहीं लिए तो सफाई कर्मचारी और भी कड़ा तथा लंबा संघर्ष करने के लिए मजबूर होंगे। उनका कहना था कि सरकार बार-बार वादे करने के बावजूद भी कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं कर रही।
सफाई सेवक यूनियन जलालाबाद ने अपनी प्रमुख मांगें स्पष्ट करते हुए कहा कि ठेकेदार प्रथा को पूरी तरह समाप्त किया जाए, सभी कर्मचारियों की नियमित भर्ती की जाए, हर महीने समय पर वेतन जारी किया जाए, तीन-तीन महीने बाद वेतन देने की प्रथा को खत्म किया जाए तथा EPF/PF की हर महीने नियमित जमा करवाई जाए। कर्मचारियों का कहना था कि तीन-तीन महीने बाद वेतन मिलने से घर का खर्च चलाना मुश्किल हो जाता है और कई बार कर्ज तक लेना पड़ता है।
इस दौरान यूनियन सदस्यों ने नगर कौंसिल दफ़्तर के बाहर रोष प्रदर्शन कर नारेबाज़ी की। कर्मचारियों ने “सफाई सेवक यूनियन पंजाब ज़िंदाबाद” और “ठेकेदार सिस्टम खत्म करो” जैसे नारे लगाकर अपना गुस्सा जताया। उन्होंने सरकार को साफ संदेश दिया कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो न केवल जलालाबाद बल्कि पूरे पंजाब में सफाई व्यवस्था ठप्प कर दी जाएगी।