गुरबाणी प्रसारण मामला, जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश को लेकर रंधावा ने कही यह बात

punjabkesari.in Wednesday, Jun 21, 2023 - 11:00 AM (IST)

अमृतसर/जालंधर : पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि अगर शिरोमणि कमेटी ने श्री अकाल तख्त के जत्थेदार हरप्रीत सिंह की बात को मान लिया होता तो आज टकराव वाली स्थिति पैदा न होती। उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने शिरोमणि कमेटी को कहा था कि श्री दरबार साहिब से गुरबाणी का प्रसारण करने के लिए अपना चैनल चलाया जाए परंतु शिरोमणि कमेटी ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया था। रंधावा ने कहा कि अब पंजाब सरकार को इस मसले में दखल देने का अवसर मिल गया है। अगर पहले ही शिरोमणि कमेटी अपना चैनल चला देती तो टकराव को टाला जा सकता था।

उन्होंने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित 6 नवम्बर 2019 को पंजाब विधानसभा के बुलाए गए विशेष सत्र में उस समय के कैबिनेट मंत्री तृप्त रजिन्द्र सिंह बाजवा द्वारा एक प्रस्ताव लाया गया था कि श्री दरबार साहिब से होते कीर्तन के प्रसारण का अधिकार एक चैनल को न देकर सभी टी.वी. तथा वैब चैनलों को दिया जाए। यह प्रस्ताव पंजाब विधानसभा में शिरोमणि अकाली दल के मैंबरों की उपस्थिति में सर्वसम्मति से पास किया गया था। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री बाजवा ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिब को इस प्रस्ताव की एक कॉपी सौंप कर मांग की थी कि इस संबंध में शिरोमणि कमेटी को उचित कदम उठाने के आदेश दिए जाएं।
रंधावा ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ने पंजाब विधानसभा की मार्फत प्राप्त हुए 

प्रस्ताव को शिरोमणि कमेटी तक पहुंचा दिया था तथा कहा था कि केवल टैक्स चैनल को गुरबाणी के प्रसार के अधिकार नहीं होने चाहिएं। इसके बावजूद शिरोमणि कमेटी ने विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव पर कोई कार्रवाई नहीं की थी जिस कारण मौजूदा सरकार को सिखों के धार्मिक मामलों में दखल देने का मुद्दा मिल गया है। रंधावा ने कहा कि एस.जी.पी.सी. श्री अकाल तख्त साहिब का आदेश मान कर तथा सिख जगत की भावनाओं का सम्मान करते हुए गुरबाणी कीर्तन के प्रसारण के लिए ऐसी व्यवस्था करे कि एक परिवार का उसमें दबदबा दिखाई न दे। इसी में पंजाब तथा सिख पंथ की भलाई है।

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News Editor

Urmila

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