पंजाब में धान के सीजन के लिए बिजली सप्लाई का Schedule जारी, पढ़ें हर जिले की Detail...

punjabkesari.in Monday, May 19, 2025 - 12:04 PM (IST)

चंडीगढ़: पंजाब में धान सीजन को लेकर बिजली आपूर्ति का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। इस संबंध में यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बिजली मंत्री हरभजन सिंह ई. टी. ओ. ने बताया कि राज्य में धान की सीधी बुवाई (डी.एस.आर.) को प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कई प्रभावी कदम उठाए हैं।

उन्होंने बताया कि इस बार सरकार ने 5 लाख एकड़ में धान की सीधी बुवाई का लक्ष्य तय किया है। इससे पानी की काफी बचत होती है और भूमिगत जल स्तर भी सुरक्षित रहता है। उन्होंने किसानों से अधिक से अधिक डी.एस.आर. तकनीक अपनाने की अपील की। बिजली मंत्री ने यह भी बताया कि इस तकनीक को अपनाने पर मुख्यमंत्री की ओर से 1500 रुपये प्रति एकड़ की सब्सिडी भी प्रदान की जाती है।

बिजली आपूर्ति का शेड्यूल जारी
बिजली मंत्री ने बताया कि धान की सीधी बुवाई को ध्यान में रखते हुए राज्य को तीन जोनों में बांटा गया है ताकि बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। पहले ज़ोन में फरीदकोट, बठिंडा, फिरोज़पुर, श्री मुक्तसर साहिब और फाज़िल्का ज़िले शामिल हैं। इन जिलों में धान की बुवाई के लिए 1 जून 2025 से लगातार बिजली आपूर्ति की जाएगी। फसल पकने तक न्यूनतम 8 घंटे की बिजली दी जाएगी। दूसरे ज़ोन में इसमें गुरदासपुर, पठानकोट, अमृतसर, तरनतारन, रूपनगर, एस.ए.एस. नगर (मोहाली), फतेहगढ़ साहिब और होशियारपुर ज़िले शामिल हैं। इन क्षेत्रों में 5 जून से धान की बुवाई शुरू होगी और निर्बाध बिजली आपूर्ति जारी रहेगी। तीसरे ज़ोन में इसमें लुधियाना, मलेरकोटला, मानसा, मोगा, पटियाला, संगरूर, बरनाला, कपूरथला, जालंधर और शहीद भगत सिंह नगर ज़िले शामिल हैं। इन क्षेत्रों में 9 जून से धान की बुवाई के लिए बिजली की आपूर्ति शुरू की जाएगी। 


बिजली मंत्री ने बताया कि तीसरे ज़ोन में शामिल जिलों में 9 जून से धान की बुवाई के लिए कम से कम 8 घंटे की बिजली सप्लाई दी जाएगी, और जरूरत पड़ने पर इससे ज्यादा बिजली भी दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है, और यहां हर साल लगभग 80 लाख एकड़ में धान की बुवाई होती है, इसलिए यह सीजन राज्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। मंत्री ने भरोसा दिलाया कि बिजली आपूर्ति में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब अन्य राज्यों को भी बिजली सप्लाई करता है, लेकिन धान की सीजन के दौरान वह बिजली बंद नहीं की जाती। इस सीजन में कुल 17 हजार मेगावाट बिजली की मांग आने की संभावना है, जिसे पूरा करने के लिए ठोस प्रबंध किए गए हैं। बिजली मंत्री ने यह भी कहा कि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। साथ ही, घरेलू और औद्योगिक बिजली आपूर्ति भी पूर्व की तरह जारी रहेगी। मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में बिजली विभाग लगातार तरक्की कर रहा है और हमारे थर्मल प्लांट्स में कोयले की कोई कमी नहीं है। इस वक्त भी 30 दिन का कोयला स्टॉक हमारे थर्मल प्लांट्स में मौजूद है।


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Vatika

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