लापता पवित्र स्वरूपों का मामला: शिरोमणि कमेटी सदस्यों ने लौंगोवाल को दिया 15 दिन का अल्टीमेटम
punjabkesari.in Sunday, Oct 04, 2020 - 11:05 AM (IST)

अमृतसर(अज्ञात): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कुछ सदस्यों ने शिरोमणि कमेटी प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल को पत्र लिखकर 328 लापता पवित्र स्वरूपों की रिपोर्ट 18 अक्तूबर तक सार्वजनिक करने के लिए पत्र लिखते हुए कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। सदस्यों ने कहा कि 19 मई 2016 को श्री गुरु ग्रंथ साहिब भवन में अग्निभेंट हुए और पानी से खराब हुए पवित्र स्वरूपों व रिकार्ड मुताबिक पवित्र स्वरूप घटने बारे शिरोमणि कमेटी अधिकारियों द्वारा सिख संगत को गलत जानकारी देने और इस मामले को हल न करने के कारण हम निराश हैं। इस निंदनीय घटना के कारण शिरोमणि कमेटी पर ऊंगलियां उठी हैं। पवित्र स्वरूप अग्निभेंट होने के उपरांत राजनीतिक कारणों कारण न सिर्फ इस घटना पर पर्दा डालने की कोशिश की गई, बल्कि नुक्साने गए स्वरूप बिना किसी रिकार्ड के ही अग्निभेंट करके जल परवाह कर दिए गए।
सदस्यों ने कहा कि 2020 का दफ्तरी नोटिस जिस पर अन्य के अलावा मुख्यसचिव के भी हताक्षर थे, इस साजिश को मशहूर करता है। इसी तरह मई 2020 में सहायक सुपरवाइजर कंवलजीत सिंह की रिटायरमैंट दौरान यह पता लगा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के 267 स्वरूप कम थे और बाद में एडवोकेट ईशर सिंह तेलंगाना पर आधारित कमेटी की जांच रिपोर्ट दौरान 18-8-2015 तक श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के 328 पवित्र स्वरूप कम होने बारे पता लगा। इस जांच दौरान यह साबित हुआ कि साल 2012-13 से ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूपों की भेंटा जमा नहीं करवाई गई और शिरोमणि कमेटी द्वारा आरोपी पाए गए अधिकारियों पर कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।
उनके द्वारा 27-8-2020 को कुछ कर्मचारियों को सस्पैंड और डिसमिस करके आरोपियों के विरुद्ध मुकद्दमा दर्ज करने के लिए कहा गया था, परन्तु 6-9-2020 को अपने ही बयान से मुकरने के कारण इस संस्था के उच्च पद पर सवाल खड़े हो गए हैं और 6-9-2020 को उन्होंने यह बयान जारी किया कि पवित्र स्वरूप गायब नहीं हुए बल्कि संगत के पास हैं। आप के कार्यकारी सदस्यों द्वारा अलग-अलग बयान भी बदले गए। हैरानी की बात यह है कि एडवोकेट ईशर सिंह तेलंगाना की रिपोर्ट को जनतक न करने के कारण अलग-अलग सिख जत्थेबंदियों द्वारा लगातार मांग की जा रही है जो अभी तक जारी नहीं हुई।