जमानत पर आए स्नैचर का कारनामा, एक महीने में ताबड़तोड़ इतनी वारदातों को दिया अंजाम

punjabkesari.in Wednesday, Dec 14, 2022 - 12:24 PM (IST)

लुधियाना  (राज/अनिल) : जेल को सुधार घर कहा जाता है लेकिन आजकल ऐसा नहीं हो रहा। जेल में जाने के बाद छोटा अपराधी भी बड़ा बनकर निकलता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें स्नैचिंग के केस में जेल में बंद युवक इतना ट्रेंड हो गया कि जेल से जमानत पर आने के बाद एक महीने के अंदर उसने ताबड़तोड़ वारदातें कर डालीं। 30 दिनों के अंतराल में आरोपी रितिक मिश्रा ने अपने दोस्त जसविंदर सिंह के साथ मिलकर 50 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दिया। दोनों आरोपियों को थाना बस्ती जोधेवाल की पुलिस ने पकड़ कर केस दर्ज किया है। जबकि आरोपियों का तीसरा साथी भी है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।

प्रैसवर्ता में सी.पी. मंदीप सिंह सिद्धू, डी.सी.पी. वरिंदर सिंह बराड़, ए.डी.सी.पी. रूपिंदर कौर सरां ने बताया कि ए.सी.पी. मनिंदर बेदी की अगुवाई में बस्ती जोधेवाल के एस.एस.ओ. गुरमुख सिंह दयोल ने नाकाबंदी दौरान जसविंदर सिंह उर्फ बंटी और रितिक मिश्रा को काबू किया है। उनके कब्जे से अलग-अलग कंपनियों के 50 के करीब मोबाइल बरामद किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि इसमें मुख्यारोपी रितिक मिश्रा है, जबकि जसविंदर उसका जानकार है। दोनों के खिलाफ पहले एक-एक स्नैचिंग का केस दर्ज है। रितिक मूल रूप से यू.पी. के जिला गौंडा का रहने वाला है। जोकि पिछले काफी समय से गांव चौंता इलाके में किराए के मकान में रह रहा है, जबकि जसविंदर देसू कालोनी मेहरबान रोड का रहने वाला है। दोनों ही चिट्टे का नशा करने के आदी हैं। नशापूर्ति के लिए ही दोनों आरोपियों ने अपने एक तीसरे साथी के साथ मिलकर स्नैचिंग की वारदातों को अंजाम दिया।

एक दिन में तीन से चार मोबाइल स्नैच का होता था टारगेट

तीनों आरोपी एक ही बाइक पर सवार होकर जाते थे। आरोपियों का टारगेट होता था कि एक दिन में तीन से चार वारदातें की जाएं। जिसके बाद वह एक ही दिन में तीन से चार वारदातें अलग-अलग इलाकों में कर देते थे। आरोपी सेखेवाल, दरेसी इलाके, सलेम टाबरी एरिया, टिब्बा एरिया, मेहरबान एरिया, राहों रोड एरिया, काली सड़क, कैलाश नगर और बहादुर के रोड एरिया में लूटपाट की वारदातों को अंजाम देते थे। फिर उन मोबाइलों को बेच कर नशा खरीद लेते थे।

औने-पौने दाम में बेच देते थे मोबाइल

ए.डी.सी.पी. रूपिंदर कौर सरां ने बताया कि आरोपी एक दिन में तीन से चार मोबाइल लूट लेते थे। वह इन मोबाइलों को औने-पौने दामों में प्रवासी मजदूरों को या फिर अन्य लोगों को बेच देते थे। वह भी सस्ता देखकर मोबाइल ले लेते थे। उन बेचे हुए मोबाइलों से मिलने वाले पैसे से नशा करते थे। इसके अलावा ए.डी.सी.पी. सरां ने लोगों को यह भी अपील कि वह सस्ते भाव के चक्कर में कहीं चोरी का मोबाइल न खरीद लें। इसके लिए पूरी जांच के बाद ही फोन खरीदें।

वारदात में डराने के लिए लाइटर पिस्तौल का करते थे इस्तेमाल

पुलिस का कहना है कि आरोपियों के पास तेजधार हथियार के साथ-साथ एक लाइटर पिस्तौल था जोकि देखने में असली पिस्तौल की तरह ही लगता था। आरोपी हमेशा उसे अपने पास ही रखते थे। ताकि अगर कोई विरोध करे तो उसे पिस्तौल दिखाकर डराया जा सके। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने लाइटर पिस्तैाल, तेजधार हथियार, 50 मोबाइल के साथ-साथ एक चांदी का कड़ा और पर्स बरामद किया है।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Urmila

Related News