Video: सुखपाल खैहरा ने स्पीकर से वापिस लिया इस्तीफा, AAP से हुए थे निलंबित

punjabkesari.in Tuesday, Oct 22, 2019 - 04:07 PM (IST)

चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष और भोलथ से विधायक सुखपाल सिंह ने विधानसभा सदस्यता से दिया अपना इस्तीफा वापस लेते हुए आज आम आदमी पार्टी (आप) को उन्हें अयोग्य करार देने के लंबित मामले को साबित करने की चुनौती दी। यहां जारी बयान में खेहरा ने कहा कि वह इस्तीफा वापस ले रहे हैं क्योंकि वैसे भी पार्टी ने उन्हें मौखिक रूप से निलंबित किया था और पार्टी से निकाले जाने की सूचना भी उन्हें मौखिक रूप से दी गई।

उन्होंने आरोप लगाया कि आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने तानाशाह की तरह बर्ताव किया था और उन्हें (श्री खेहरा को) पार्टी से निकालते समय पार्टी के संविधान का पालन नहीं किया गया। श्री खेहरा ने आरोप लगाया कि नशा तस्करी के आरोपों के मामले में विक्रम मजीठिया से माफी मांगकर केजरिवाल ने पार्टी को तोड़ दिया। खैहरा ने कहा कि जब उन्होंने और अन्य ने माफी मांगे जाने का विरोध किया तो  केजरीवाल ने बदले के तौर पर उनके खिलाफ कारर्वाई शुरू कर दी। पहले उन्हें ट्वीट कर विधानसभा में विपक्ष के नेता पद से हटाया गया और फिर पार्टी से निलंबन व निष्कासन की कारर्वाई की गई।

पंजाब एकता पार्टी नेता ने आरोप लगाया कि श्री केजरीवाल ने इसी तरह विधायक कंवरपाल संधू के खिलाफ कारर्वाई की। खेहरा ने केजरीवाल को चुनौती दी कि निलंबन आदेश प्राप्ति की स्वीकृति दिखाएं। भोलथ से विधायक ने आरोप लगाया कि केजरवाल के इसी ‘तानाशाह‘ वाले किरदार के कारण पार्टी में प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, कुमार विश्वास, एचएस फूल्का, गुरप्रीत घुग्गी, डॉ़ धरमवीर गांधी जैसे लोग नहीं हैं। उन्होने दावा कि उनके विधानसभा क्षेत्र से लोगों ने उनसे संपकर् कर इस्तीफा वापस लेने को कहा था क्योंकि वरना अनावश्यक रूप से उपचुनाव होंगे। 


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