पंजाब के सभी गैर भाजपा निर्वाचित प्रतिनिधि किसानों के आंदोलन का समर्थन करेंः खैहरा

punjabkesari.in Saturday, Nov 28, 2020 - 06:27 PM (IST)

जालंधरः आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने शनिवार को पंजाब के सभी गैर भाजपा विधायकों और सांसदों से आंदोलनकारी किसानों का समर्थन करने का आह्वान किया है। खैहरा ने आज यहां कहा कि वह इस तथ्य से अवगत हैं कि किसान संगठनों ने राजनीतिक नेताओं को उनके आंदोलन में हस्तक्षेप करने के लिए रोका था, लेकिन इसका मतलब यह नहीं था कि पंजाब के चुने हुए प्रतिनिधि किसानों के सकल शोषण के लिए मूकदर्शक बने रहें। खैहरा ने कहा कि किसानों की जायज मांगों के लिए दिल्ली में विरोध प्रदर्शन का समर्थन करना और उन्हें बनाए रखना उनका नैतिक कर्तव्य है। 

उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्र और हरियाणा में भाजपा सरकारों ने पानी के कैन, आंसू गैस के गोले, भारी बैरिकेडिंग आदि सहित सभी कठोर तरीकों का इस्तेमाल किया, यह केवल किसानों और पंजाब के लिए उनके अलोकतांत्रिक रवैये और नफरत को दर्शाता है। उन्होंने पंजाब के बहादुर किसानों और पंजाब के युवाओं की सराहना की जो कि सरासर शक्ति से सभी बाधाओं को टालने और दिल्ली तक पहुंचने में सफल रहे हैं और वह भी शांतिपूर्ण तरीके से। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के साथ इस तरह का व्यवहार कर रही है जैसे कि वे देश के दुश्मन हैं कि पंजाबियों ने आजादी के पिछले 73 वर्षों के दौरान देश के समावेशी विकास में बहुत योगदान दिया है। उन्होंने न केवल खाद्यान्न उत्पादन में भारत को आत्मनिर्भर बनाया है, बल्कि अपनी जान की बाजी लगाकर सीमाओं की रक्षा की है। दुर्भाग्य से बहादुर किसानों को पुरस्कृत करने के बजाय, भाजपा बदला ले चुकी है और उन पर क्रूरता कर रही है। 

उन्होंने कहा कि इसलिए पंजाब के सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों सहित विधायकों और सांसदों के लिए यह समय की जरूरत है कि वे प्रदर्शनकारी किसानों के बचाव में आएं।उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से आग्रह किया कि किसानों की जायज मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए, निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा दिल्ली में अनिश्चितकालीन विरोध की योजना बनाने के लिए एक तत्काल सभी पार्टी की बैठक बुलाई जाए। उन्होने कहा कि यह पंजाब के सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों का नैतिक कर्तव्य है कि वे न केवल किसानों के हितों की रक्षा करें बल्कि भाजपा सरकार द्वारा लगाए गए अघोषित आपातकाल का विरोध करें और भारत के संविधान को बनाए रखें।


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Mohit

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