आंगनबाड़ी वर्करों के समर्थन में उतरे विपक्ष नेता सुखपाल सिंह खैहरा

punjabkesari.in Wednesday, May 16, 2018 - 11:14 AM (IST)

श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा): आप के विधायक और विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा जिला श्री मुक्तसर साहिब के गांव बादल में उस जगह पहुंचे, जहां आल पंजाब आंगनबाड़ी यूनियन ने राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के घर के आगे यूनियन की राष्ट्रीय प्रधान हरगोबिन्द कौर के नेतृत्व में अपनी मांगों के संबंध में भूख हड़ताल रखी हुई है। इस मौके खैहरा ने वर्करों और हैल्परों के संघर्ष और मांगों की हिमायत करते हुए कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार मुलाजिम वर्ग के साथ धक्केशाही कर रही है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी वर्करों को कम से कम 20-20 हजार मान भत्ता मिलना चाहिए और हैल्परों के मान भत्तो में भी विस्तार होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि जो आंगनबाड़ी सैंटरों के छोटे बच्चों को शिक्षा विभाग छीन कर ले गया है, वह बच्चे भी वापस भेजे जाएं। उन्होंने कहा कि पहले भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए मैंने विधानसभा में यह मुद्दा पूरे जोर-शोर के साथ उठाया था और अब भी यह मुद्दा उठाऊंगा। आंगनबाड़ी यूनियन के वफद ने अपनी मांगों संबंधी खैहरा को मांग पत्र दिया। इस मौके बात करते हुए आप नेता खैहरा ने कहा कि जिला श्री मुक्तसर साहिब में से गुजरती बड़ी नहरों राजस्थान फीडर और सरहन्द फीडर में पिछले काफी समय से काला और गंदा पानी आ रहा है, जो भयानक बीमारियों की जड़ है और आज वह नहरों पर जा कर स्थिति का जायजा लेने के लिए इस क्षेत्र में आए हैं। 

वित्त मंत्री के दरवाजे आगे दूसरे दिन भी भूख हड़ताल पर बैठी रहीं आंगनबाड़ी वर्कर्ज व हैल्पर्ज
आल पंजाब आंगनबाड़ी मुलाजिम यूनियन की तरफ से आज दूसरे दिन भी राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के गांव बादल में उनके घर आगे भूख हड़ताल जारी रखी गई। इस मौके आंगनबाड़ी इम्प्लाइज फैडरेशन आफ इंडिया की राष्ट्रीय प्रधान हरगोबिन्द कौर ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह वर्करों की कोई बात नहीं सुन रहे हैं और न ही कांग्रेस का कोई मंत्री या विधायक उनकी समस्याओं की ओर ध्यान दे रहा है, जिस कारण वे धरने-प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं।

उन्होंने कहा कि यदि पंजाब सरकार ने उनकी मांगें न मानी तो जत्थेबंदी की तरफ से संघर्ष को और तेज किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि पंजाब की 54 हजार आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों को हरियाणा पैटर्न पर मान-भत्ता दिया जाए और शिक्षा विभाग ने सरकारी प्राइमरी स्कूलों में प्री नर्सरी कक्षाएं शुरू करके जो 3 लाख ब४चों को दाखिल किया है, वे बच्चे वापस आंगनबाड़ी सैंटरों को दिए जाएं। इसी दौरान यूनियन की नेताओं ने अपना रक्त निकाल कर सरकार के लिए पेश किया और रक्त के साथ लिखा मांग पत्र डी.एस.पी. जसमीत सिंह को पंजाब सरकार के नाम दिया। इस दौरान पंजाब पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हुए थे।


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Anjna

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